Why did all the Gujarat ministers resign: गुजरात में भाजपा सरकार ने मंत्रिमंडल विस्तार (Gujarat Cabinet Expansion) की तैयारी में बड़ा कदम उठाया है। 16 अक्टूबर 2025 को सभी मंत्रियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया, जिसमें मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल (CM Bhupendra Patel) ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत को अपना त्यागपत्र सौंपा। यह इस्तीफा भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर दिया गया है, जो आगामी पंचायत चुनावों (Gujarat Panchayat Elections 2026) और 2027 के विधानसभा चुनावों की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। मंत्रिमंडल विस्तार 17 अक्टूबर 2025 को महात्मा मंदिर में सुबह 11:30 बजे होगा, जिसमें अमित शाह और जेपी नड्डा मौजूद रहेंगे।
गुजरात सरकार के मंत्रियों के इस्तीफे का कारण:
Reasons for the resignation of Gujarat ministers: केंद्रीय नेतृत्व का निर्देश, विस्तार की तैयारीमुख्यमंत्री निवास पर हुई बैठक के बाद सभी मंत्रियों ने अपने त्यागपत्र CM भूपेंद्र पटेल को सौंप दिए। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व जिसमें PM नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा और सीआर पाटिल शामिल हैं ने दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला लिया। सूत्रों के अनुसार, विस्तार में 50% से ज्यादा मौजूदा मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है, कुछ का प्रोमोशन होगा, और 20 से ज्यादा नए चेहरों को शामिल किया जाएगा।
2022 के विधानसभा चुनावों के बाद मंत्रिमंडल सबसे छोटे में से एक था। अब नए प्रदेश अध्यक्ष जगदीश विश्वकर्मा (Jagdish Vishwakarma New BJP President) को संगठन पर फोकस करने के लिए मंत्री पद से मुक्त किया जा सकता है।
2026 के पंचायत चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले स्थानीय नेताओं को महत्व देकर आधार मजबूत करना।
कांग्रेस के बागी नेता अर्जुन मोडवाडिया (Arjun Modwadia Congress) जैसे नाम शामिल हो सकते हैं, जो 2022 में भाजपा जॉइन कर पोरबंदर से जीते थे।
17 अक्टूबर को होने वाले विस्तार में 20+ नए सदस्य शामिल हो सकते हैं। केंद्रीय नेतृत्व ने जातिगत समीकरणों (Caste Equations BJP Gujarat) को ध्यान में रखा है, जहां OBC, SC/ST और अन्य वर्गों का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा। AAP का कोई सीधा जिक्त नहीं है, लेकिन विपक्ष ने इसे “BJP का पैनिक मोड” बताया।
