Gujarat Bridge Collapsed : गुजरात के वडोदरा जिले में बुधवार की सुबह आठ बजे महिसागर नदी पर बने 43 साल पुराने गंभीरा पुल का एक हिस्सा अचानक टूट कर गिर गया। यह हादसा तब हुआ जब लोग बेफिक्र होकर पुल से गुजर रहे थे। तभी पुल दरकने लगा और टूटकर गिर गया। इस दौरान कई वाहन नीचे नदी में गिर गए। इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसके बाद गंभीरा पुल के कई राज सामने खुलकर आ रहें हैं। जिला पंचायत सदस्य का कहना है कि उन्होंने पहले ही इस पुल के जर्जर होने की चेतावनी गुजरात की भूपेंद्र सरकार को दी थी। इस बीच अरविन्द केजरीवाल ने भी इस हादसे के लिए गुजरात सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
केजरीवाल ने कहा- बार-बार क्यों रहें हादसे
आम आदमी पार्टी ने गुजरात के इस हादसे पर गहरा दुख जताया है। पार्टी प्रमुख अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि इस तरह के हादसे बार-बार क्यों हो रहे हैं, इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, गुजरात प्रभारी गोपाल राय और अन्य नेताओं ने इस दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने जांच कर दोषियों को सख्त सजा देने की मांग भी की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। साथ ही, आप के स्थानीय कार्यकर्ता तुरंत ही घटना स्थल पर पहुंचकर बचाव कार्यों में मदद करने लगे हैं।
गुजरात में क्यों बन रहें घटिया पुल : Arvind Kejriwal
अरविंद केजरीवाल ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि यह हादसा बहुत दुखद और पीड़ादायक है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को शांति देने और परिजनों को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि घायलों के जल्द ठीक होने की भी कामना की। लेकिन इस बीच, एक बड़ा सवाल भी उठाया कि आखिर बार-बार गुजरात में ऐसे घटिया और खतरनाक पुल क्यों बन रहे हैं, जो एक झटके में टूट जाते हैं।
सत्ता में बैठे लोगों को मिले लापरवाही की सजा : AAP
आप प्रमुख अरविन्द केजरीवाल ने पूछा कि 30 साल से गुजरात में सरकार चला रही बीजेपी ऐसी लोढ़े पुल क्यों बना रही है, जिनकी हालत खराब हो जाती है। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग की लापरवाही और भ्रष्टाचार की कीमत आम जनता को अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है। दोषियों को कठोर सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे न हों और मासूम लोगों की जानें बच सकें।
गुजरात कके विकास का झूठा मॉडल फेल
गुजरात प्रभारी गोपाल राय ने भी इस हादसे पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि गुजरात का विकास का झूठा मॉडल फिर से फेल हो गया है। वडोदरा और आणंद को जोड़ने वाला प्यारा पुल बीच से टूट गया, जिससे कई लोग और गाड़ियां नदी में गिर गए। उन्होंने कहा कि इससे पहले मोरबी का पुल हादसा, राजकोट का अग्निकांड और सूरत का तक्षशिला हादसा हो चुका है। इन घटनाओं में बीजेपी की नाकामी और लापरवाही साफ दिखाई देती है। राय ने कहा कि गुजरात अब और सहने का मौका नहीं देता, अब बदलाव जरूरी है।
लोगों की चिंता क्यों नजरअंदाज कर रही सरकार
वहीं, गुजरात प्रदेश के वरिष्ठ नेता और पार्टी के अध्यक्ष ईशुदान गढ़वी ने भी सोशल मीडिया पर लिखा कि वडोदरा के पादरा में बड़ा हादसा हुआ है। वहां का गंभीरा पुल टूट गया है, जिसकी वजह से कई गाड़ियां नदी में गिर गई हैं। उन्होंने आप कार्यकर्ताओं से कहा कि वे तुरंत ही पहुंचकर बचाव में मदद करें।
ईशुदान गढ़वी ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि 23 में से एक पुल गिर गया, फिर भी सरकार अपनी लापरवाही नहीं मान रही है। उन्होंने सवाल किया कि स्थानीय लोगों की चिंता को क्यों नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मृतक लोग हमारे परिवार हैं, और सरकार को इस हादसे की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
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