GST Reform: सरकार ने Health Insurance को बढ़ावा देने के लिए GST की दरों में बड़े बदलाव का प्रस्ताव रखा है. सूत्रों के मुताबिक, GST काउंसिल की बैठक 3 और 4 सितंबर को नई दिल्ली में होगी, जहां इस प्रस्ताव पर अंतिम फैसला लिया जाएगा. केंद्र ने 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत GST Slab को हटाने और कई मेडिकल प्रोडक्ट्स पर टैक्स कम करने का सुझाव दिया है. इस प्रस्ताव से दवाओं और मेडिकल इक्विपमेंट्स की कीमतें कम हो सकती हैं.
इन सामानों और सेवाओं पर घटेगी GST?
दुर्लभ बीमारियों की दवाओं पर GST 5% से हटाकर शून्य करने का प्रस्ताव. 30 से अधिक कैंसर की दवाओं पर 12 फीसदी से हटाकर 0 करने की भी है सिफारिश. मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन, भाप, आयोडीन, पोटैशियम आयोडेट पर जीएसटी 12% से घटाकर 5% करने का सुझाव. सभी दवाओं और औषधियों पर जीएसटी 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसद करने का प्रस्ताव. गॉज, पट्टियों (बैंडेज) पर GST 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने की योजना.
फार्मा उत्पादों पर जीएसटी 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने का सुझाव.
सर्जिकल रबर दस्ताने, डायग्नोस्टिक किट, ब्लड ग्लूकोज मॉनिटरिंग सिस्टम, टेस्ट स्ट्रिप्स पर जीएसटी 12% से घटाकर 5% करने का प्रस्ताव. X-Ray के लिए उपयोग होने वाले उपकरणों पर GST 12% से घटाकर 5% करने की सिफारिश. चश्मे और गॉगल्स पर GST 12% से घटाकर 5% करने का सुझाव. थर्मामीटर, चिकित्सा, सर्जिकल और दंत चिकित्सा के लिए उपयोग होने वाले उपकरणों पर जीएसटी 18% से घटाकर 5% करने का प्रस्ताव.
GST काउंसिल की बैठक में इन प्रस्तावों पर चर्चा होगी और अंतिम निर्णय लिया जाएगा. अगर यह प्रस्ताव मंजूर होता है, तो मरीजों को दवाओं और चिकित्सा उपकरणों पर कम कीमत चुकानी पड़ेगी, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं और सस्ती हो सकती हैं.
GST में बदलाव से क्या होगा फायदा
GST दरों में परिवर्तन होने के आसार लग रहे हैं, गौरतलब है कि अगर सकारात्मक बदलाव हुए तो फार्मा सेक्टर के स्टॉक्स में बूम नजर आ सकता है. सिर्फ फार्मा ही नहीं बल्कि ऑटो सेक्टर के लिए भी खुशखबरी मिलने की सुगबुगाहट है. जिससे आशा और उम्मीद लगाई जा रही है कि, ऑटो सेक्टर के चुनिंदा शेयर जैसे मारुति सुजुकी, महिंद्रा और टाटा मोटर्स जैसे शेयरों में कमाई के अवसर मिलने वाले हैं.