Greater Noida News: ग्रेटर नॉएडा से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है ,मामला नॉएडा के पार्श्वनाथ पैनोरमा सोसाइटी (Parsvnath Panorama Society) का है जहा एक व्यक्ति अपर्टमेंट के अंदर लंबे समय से गांजा की हाईटेक खेती कर रहा था। इस गांजे की खेती को वो मामूली गमले में कर रहा था। व्यक्ति ने गांजे के बीज को बाकायदा कैलिफोर्निया से इम्पोर्ट कराया था। नॉएडा पुलिस और नारकोटिक्स डिपार्टमेंट ने जब अपार्टमेंट में छापा मारा तो कई राज़ खुलकर सामने आये।
व्यक्ति मेरठ का रहने वाला राहुल चौधरी है जो आधुनिक साइंस एरोपोनिक्स तकनीक का इस्तेमाल करके बिल्डिंग के अपार्टमेंट के अंदर प्रीमियम गांजे की खेती गमलों में कर रहा था। इस गैरकानूनी काम को करने के लिए वो “डार्क वेब” का इस्तेमाल कर रहा था, जिसमे वो हर महीने कुल ढाई लाख का मुनाफा कमा रहा था। पैसे की लालच में ये व्यक्ति इस अवैध काम को लंबे समय से अंजाम दे रहा था।
व्यक्ति की उम्र 37 साल बताई जा रही है। इस गैरकानूनी बिजनेस को और भी ज्यादा एडवांस बनाने के लिए हाईटेक एरोपोनिक्स तकनीक का उपयोग किया था। इस तकनीक से पौधे बिना मिट्टी के मात्र पानी ,पोषक तत्त्व और विशेष प्रकार के अर्टिफिशिअल लाइट के इस्तेमाल से उगाए जाते हैं। इस पूरे काम को करने के लिए राहुल 5,000 से 7,000 तक खर्च करता था लेकिन , इसके बदले में उससे कुल 60,000 से भी ज्यादा मुनाफा होता था।
क्या होता है डार्क वेब ?
आपने कई बार हैकिंग से जुड़ी चर्चाओं में “डार्क वेब” का नाम सुना होगा। कहा जाता है कि ये इंटरनेट की वो काली दुनिया है, जहां कई ‘अवैध काम’ होते हैं। आपके मन में कई बार इस दुनिया के बारे में जानने का ख्याल भी आता होगा। राहुल ने इस बिजनेस को पुलिस और नारकोटिक्स डिपार्टमेंट से छिपाने के लिए डार्क वेब का सहारा लिया था।
वो इनक्रिप्टेड मेसेजिंग प्लेटफार्म का इस्तेमाल करके अपने जैसे ग्राहकों से संपर्क करता था। ये ग्राहक कोई आम ग्राहक नहीं बल्कि स्पेशल तरह के ग्राहक होते हैं जो केवल उन लोगों में से होते है, जिन्हें इस खास तरह के ओरिजिनल गांजे की असली कीमत और क्वालिटी की पूरी जानकारी होती है। इस गैरकानूनी काम को करके राहुल को हर महीने करीब एक से ढाई लाख तक की भरपूर कमाई होती थी।
अपार्टमेंट को बनाया नर्सरी :
राहुल ने अपने अपार्टमेंट को पूरी तरह से नर्सरी में कन्वर्ट कर लिया था ,वहा गांजा को उगाने वाले सारे उपकरण मौदूज थे। उसने कई तरह के अर्टिफिशिअल लाइट्स और सेटअपस को अपार्टमेंट के अंदर लगाया हुआ था। इस सेटअप से गांजे के पौधों को सूरज की रौशनी और नेचुरल हवा की नमी का वातावरण मिलता था। ये सारी कोशिशें गांजे के पौधों को पूरा पोषण देने के लिए राहुल के द्वारा की जाती थी।
कैसे हुआ खुलासा ?
राहुल की इस पूरे गैरकानूनी काम का खुलासा तब हुआ जब सोसाइटी के कुछ लोगों को उसके इस साजिश का पता चला। लोगों के द्वारा की कई शिकायतों पर नॉएडा पुलिस और नारकोटिक्स डिपार्टमेंट ने अपार्टमेंट में छान -बीन की। जब पुलिस के सामने इस साजिश का खुलासा हुआ तो बीटा -2 और इकोटेक -1 पुलिस थाना के अधिकारीयों के साथ मिलकर अपार्टमेंट में छापा मारा गया और इस अवैध काम पर तुरंत एक्शन लिया गया।
पुलिस के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक सोसाइटी के अपार्टमेंट के अंदर कुल 80 गांजे के पौधे और 2 हाइटेक क्वालिटी के “OG” गांजे के पौधों को पुलिस के द्वारा जप्त किया गया है। इसके साथ की गंजों को उगाने वाले कई प्रोडक्ट्स जैसे पैकिंग मटेरियल और डिजिटल कांटा भी बरामत किया गया है। ग्रेटर नॉएडा के DSP साद मिया खान ने जानकारी देते हुए बताया की आरोपी ने कई रूम्स में 50 से भी ज्यादा गमलों में प्रीमियम गांजा उगाया हुआ था।