Sankadik Maharaj Shobhayatra News: रीवा. विश्वविद्यालय परिसर झलबदरी धाम रीवा में परम संत सनकादिक महाराज के सानिध्य में 1008 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। जिसके शुभारंभ में भव्य कलश यात्रा निकाली गई। श्रीराम महायज्ञ में श्रीरघुनाथ गाथा, रासलीला और संत सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन में शामिल होने विभिन्न मठों के साधु-संत पहुंच चुके हैं।
कलश यात्रा जगतगुरु सुदामा दास महाराज की मौजूदगी में बाजे-गाजे के साथ सुबह 10 बजे झुरहा आश्रम से निकली। इसके बाद सिरमौर चौराहा, कॉलेज चौराहा, मानस भवन होते हुए शिल्पी प्लाजा, प्रकाश चौराहा, खन्ना चौराहा से होकर पचमठा धाम पहुंची। जहां बीहर नदी से कलशों में जल भरकर रिवर फ्रंट के रास्ते जय स्तंभ होते हुए पुराना बस स्टैण्ड, कालेज चौराहा, सिरमौर चौराहा, बोदाबाग रोड, अजगरहा होकर यज्ञस्थल पहुंची। कलश यात्रा के दौरान जय श्रीराम के नारों से पूरा शहर गूंज उठा। शहर में कई जगह कलश यात्रा का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया।
यज्ञस्थल में पंचांग पूजन के साथ मंडप में प्रवेश किया गया। इसके बाद विधिवत पूजन हुआ और सुंदरकांड पाठ के साथ श्रीराम महायज्ञ का शुभारंभ किया गया। इस दौरान स्वामी राममनोहर दास महाराज ने श्रीराम कथा शुरू करते हुए कहा कि श्रीराम के आदर्श ही मनुष्य को भवसागर से मुक्ति दिला सकते हैं। शोभायात्रा में सैकड़ों संतों के साथ ही शहर के श्रद्धालु महिलाएं-पुरुष और बच्चे नाचते-गाते चल रहे थे। रामकथा समिति के अध्यक्ष सुभाष बाबू पाण्डेय ने नगर के लोगों से महायज्ञ में शामिल होने की अपील की है।
महायज्ञ वेदी का पूजन कर यज्ञ का हुआ शुभारंभ
इस धार्मिक आयोजन के संचालक संत सनकादिक महाराज ने बताया कि धर्माचार्यों की उपस्थिति में महायज्ञ वेदी का पूजन कर यज्ञ का शुभारंभ 8 दिसंबर से होगा। प्रतिदिन सुबह हवन-पूजन के साथ यज्ञ आहुति होगी एवं दोपहर श्रीरघुनाथ गाथा तथा शाम को रासलीला का आयोजन किया जाएगा। महायज्ञ में आठ जगतगुरु और 121 महामंडलेश्वर शामिल होंगे।