रीवा। मध्यप्रदेश शासन के उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार टीआरएस कॉलेज, रीवा में तीन दिवसीय दीक्षारंभ समारोह का आयोजन महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अर्पिता अवस्थी के निर्देशन में प्रारंभ हुआ। यह आयोजन महाविद्यालय में नवप्रवेशित विद्यार्थियों के स्वागत, मार्गदर्शन और प्रेरणा का उत्सव बन गया। समारोह के प्रथम दिन की शुरुआत नवप्रवेशित विद्यार्थियों के स्वागत से हुई, जहाँ प्राचार्य एवं संकाय सदस्यों ने आत्मीयता से छात्रों का अभिनंदन किया।
दिया गुरू ज्ञान
प्राचार्य डॉ. अर्पिता अवस्थी ने नवप्रवेशित विद्यार्थियों का आत्मीय स्वागत करते हुए उन्हें शिक्षा के साथ चरित्र निर्माण, सामाजिक जिम्मेदारी और समग्र विकास की दिशा में अग्रसर होने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने जीवन मूल्यों, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, बहु-विषयी ज्ञान और रचनात्मक चिंतन पर बल देते हुए विद्यार्थियों को सफलता के मंत्र जिज्ञासा, श्रम और विनम्रता का संदेश दिया।
दीक्षारंभ का मूल उद्देश्य
दीक्षारंभ का मूल उद्देश्य की जानकारी देते हुए प्रोफेसर अखिलेश शुक्ल ने बताया कि नवागंतुक विद्यार्थियों को महाविद्यालयीन परिवेश में सहज अनुभव कराना, उन्हें संस्थान की संस्कृति, मूल्य एवं कार्यशैली से परिचित कराना, संकाय सदस्यों व वरिष्ठ छात्रों से संवाद स्थापित कराना तथा उन्हें स्वयं की खोज और व्यापक उद्देश्य बोध की भावना से जोड़ना है।
ऐसा है कार्यक्रम
कार्यक्रम के पहले दिन विद्यार्थियों को महाविद्यालय के विभिन्न शैक्षणिक एवं सहशैक्षणिक विभागों जैसे पुस्तकालय, वाचनालय, प्रयोगशालाएं, कंप्यूटर लैब, क्रीड़ा विभाग, इंडोर-आउटडोर खेल परिसर, जिम्नेजियम, एनसीसी, एनएसएस एवं रेड क्रॉस शाखा का भ्रमण कराया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबंधित विभागों में संचालित गतिविधियों, अवसरों एवं सहभागिता की संभावनाओं से परिचित कराया गया, जिससे उन्हें महाविद्यालयीन जीवन के विविध पक्षों की समझ विकसित हो सके।
शिक्षा और समाज से छात्र होगे रूबरू
02 जुलाई को प्रेरणात्मक व्याख्यान, मूल्य-शिक्षा, व्यक्तित्व विकास, परीक्षा संबंधी जानकारी, मानसिक स्वास्थ्य, कॅरियर मार्गदर्शन, छात्रवृत्ति, अनुशासन, डिजिटल साक्षरता और राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आधारित सत्र आयोजित किए जाएंगे। इन आयोजनों के माध्यम से विद्यार्थियों को जीवन, शिक्षा और समाज के प्रति समर्पित दृष्टिकोण से परिचित कराया जाएगा। टी.आर.एस. कॉलेज का यह दीक्षारंभ समारोह न केवल औपचारिक स्वागत है, बल्कि यह विद्यार्थियों के लिए आत्मबोध, मार्गदर्शन और प्रेरणा का आरंभिक सोपान है।