Bihar Assembly Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनावों में महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने मंगलवार को एक बड़ा वादा किया कि अगर उनकी सरकार बनती है तो अल्पसंख्यकों के अधिकारों की पूरी तरह रक्षा की जाएगी और मुसलमानों को उनका हक मिलेगा। लेकिन उसी दिन बिहार से दो ऐसी घटनाएं सामने आईं जिनसे तेजस्वी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दो विधानसभा सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवारों को मुस्लिम वोटरों ने खदेड़ दिया।
बलरामपुर में तारिक अनवर और महबूब आलम का ज़ोरदार विरोध।
पहली घटना कटिहार की बलरामपुर विधानसभा सीट पर हुई। इस सीट से CPI-ML के महबूब आलम चुनाव लड़ रहे हैं। महबूब आलम ने पिछला चुनाव भी जीता था। आज जब कांग्रेस सांसद तारिक अनवर कटिहार से महबूब आलम के साथ चुनाव प्रचार करने पहुंचे तो इलाके के लोगों ने उनके खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए। लोगों ने महागठबंधन के नेताओं से कहा कि वे तीस साल से उन्हें वोट दे रहे हैं, फिर भी इलाके में कोई विकास का काम नहीं हुआ है। एक भी सड़क नहीं बनी है, तो अब वे उन्हें वोट क्यों दें?
वोटरों के सवालों पर तारिक और महबूब चुप।
महबूब आलम और तारिक अनवर ने लोगों को समझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि बिहार में बीस साल से NDA की सरकार है, तो वे क्या कर सकते थे? इस पर लोगों ने कहा कि अगर वे कुछ नहीं कर सकते तो उन्हें वोट देने का कोई फायदा नहीं है। जब महबूब आलम ने कहा कि उन्होंने हर गली में सड़कें बनवाई हैं, तो वोटरों ने पूछा कि वे सड़कें कहां बनी हैं, उनके नाम बताएं। जनता के सवालों का तारिक अनवर और महबूब आलम के पास कोई जवाब नहीं था। इसलिए उन्हें वहां से भागना पड़ा और दोनों नेता चुपचाप वहां से चले गए।
बाजपट्टी में RJD विधायक मुकेश यादव को गालियां पड़ीं।
सीतामढ़ी जिले की बाजपट्टी विधानसभा सीट पर भी ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला। बाजपट्टी से RJD के मौजूदा विधायक मुकेश कुमार यादव को लोगों की गालियां सुननी पड़ीं। वोट मांगने आए मुकेश यादव अपनी कार में थे। इससे पहले कि वे लोगों से मिलने के लिए कार से बाहर निकलते, स्थानीय मुसलमानों ने मुकेश यादव के खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए। कार में बैठे MLA के साथी गुस्से वाली भीड़ को शांत कराने के लिए बाहर आए, लेकिन उन्हें भी कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। आखिर में, MLA मुकेश कुमार यादव ने तय किया कि इलाके से निकल जाना ही बेहतर है।
बिहार में मुस्लिम वोटों का गणित क्या है? Bihar Assembly Election 2025
बिहार में लगभग 18% मुस्लिम वोटर हैं। मुस्लिम वोटरों का लगभग 70 सीटों पर निर्णायक असर है। सीमांचल इलाके में चार ज़िले ऐसे हैं जहाँ मुस्लिम वोटर ज़्यादा हैं: किशनगंज (68%), कटिहार (44%), अररिया (43%), और पूर्णिया (38%)। ये चारों ज़िले मिलकर 24 असेंबली सीटों को कवर करते हैं। चुनाव नतीजों के एनालिस्ट्स का कहना है कि पिछले असेंबली चुनावों में लगभग 76% मुसलमानों ने RJD के नेतृत्व वाले गठबंधन को वोट दिया था, जबकि AIMIM के नेतृत्व वाले ग्रैंड सेक्युलर फ्रंट को 11% वोट मिले थे। जब नीतीश कुमार BJP के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ते हैं, तो उन्हें 5% से 6% मुस्लिम वोट मिलते हैं।

 
		 
		 
		