Grade 1 Fatty Liver Symptoms and Remedy: आजकल की बदलती हुई जीवन शैली, फास्ट फूड ,सोने उठने का अनियमित समय, तनाव, शारीरिक निष्क्रियता, एक्सरसाइज की कमी इत्यादि की वजह से लीवर पर काफी असर पड़ रहा है। लीवर को सक्रिय रखने के लिए एक सही जीवन शैली अनिवार्य है। खासकर सही तरीके का खान-पान और एक्सरसाइज बेहद जरूरी है ताकि ब्लड सर्कुलेशन बना रहे । परंतु सही खान-पान न होने की वजह से तथा जीवन शैली बिगड़ी हुई होने की वजह से फैटी लिवर एक आम समस्या हो गई है।

फैटी लीवर का अर्थ है लीवर की कोशिकाओं में एक्स्ट्रा फैट जमा होना। फैटी लीवर के कई स्टेज होते हैं जिसमें स्टेज 1 स्टेज 2 और सबसे आखरी में होता है स्टेज 3। स्टेज 3 अर्थात लीवर की कार्य क्षमता पूरी तरह से समाप्त हो गई है और स्टेज 1 अर्थात फैट जमा होने की प्रारंभिक स्थिति।
ग्रेड 1 फैटी लीवर के लक्षण क्या होते हैं?
- रोजमर्रा के काम करते हुए जल्दी थक जाना या बाकी दिनों से ज्यादा कमजोरी महसूस करना
- पेट के ऊपरी दाहिनी हिस्से में अचानक से दर्द उठना या असुविधा का एहसास होना
- कई बार लीवर से जुड़े किसी छोटी-मोटी बीमारी के दौरान पीलिया जैसे लक्षण भी सामने आते हैं जिसमें अचानक से त्वचा या आंखों में पीलापन दिखाई दे सकता है
- भूख की कमी होती है, वजन अचानक से घटने लगता है , पेट में सूजन ब्लोटिंग इत्यादि भी होने लगती है।
ग्रेड 1 फैटी लिवर में कौन से घरेलू उपचार किया जा सकते हैं
आंवला का इस्तेमाल: ग्रेड 1 फैटी लीवर में लिवर को डिटॉक्सिफिकेशन की जरूरत होती है। ऐसे में आप रोजाना आंवला का सेवन कर सकते हैं। रोजाना सुबह खाली पेट ताजा आंवला खाना अथवा आंवला के पाउडर का सेवन आपके मेटाबॉलिज्म में सुधार लाता है जिससे लीवर के टॉक्सिंस बाहर निकल जाते हैं।
ग्रीन टी का सेवन: लीवर के लिए एंटीऑक्सीडेंट काफी फायदेमंद होते हैं। ग्रीन टी में भरपूर मात्रा में पॉलिफिनॉल्स और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो लीवर के फैट को कम करने का काम करते हैं। ऐसे में रोजाना 2 से 3 कप बिना चीनी की ग्रीन टी पीना काफी फायदेमंद सिद्ध हो सकता है।
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करक्यूमिन का इस्तेमाल: हल्दी में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और फ्लेवोनॉयड्स होते है जो इन्फ्लेमेशन को काम करते हैं करक्यूमिन को लीवर प्रोटेक्टिव माना जाता है मतलब यदि आप रोजाना हल्दी और दूध पीते हैं या हल्दी को गुनगुने पानी में मिलाकर पीते हैं तो लीवर से जुड़ी काफी सारी परेशानियों को आप दूर कर सकते हैं।
छाछ का सेवन: रोजाना दोपहर को भोजन के बाद यदि आप दही को फेंट कर पतली छाछ बनाते हैं और इसमें हींग, जीरा, काली मिर्च मिलाकर इसका सेवन करते हैं तो यह आपके पाचन को तो सुधारता ही है लीवर के फैट को भी काम करता है इससे लीवर को काफी लाभ होता है।