नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अपने साथी बैरी विल्मोर के साथ 5 जून को उड़ान भरी थी. लेकिन स्टारलाइनर के थ्रस्टर में आयी खराबी की वजह से उनकी वापसी को रोक दिया गया था.डेढ़ महीने से दोनों अंतरिक्ष यात्री स्पेस स्टेशन पर रुके हुए है. डेढ़ महीने से अंतरिक्ष में फंसी नासा की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स के बारे में अच्छी खबर आई है दरअसल नासा और बोइंग के इंजीनियर ने स्टारलाइनर स्पेसशिप के थ्रस्टर के परीक्षण का काम पूरा कर लिया है। स्पेसशिप की वापसी की योजना बनाने के लिए नासा और बोइंग इन परीक्षणों के पूरा होने का इंतजार कर रहे थे। पिछले सप्ताह के अंत में जारी एक अपडेट में कहा गया कि 'न्यू मैक्सिको में व्हाइट सैंड्स टेस्ट फैसिलिटी में स्टारलाइनर रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम थ्रस्टर का ग्राउंड परीक्षण पूरा हो गया है और अब टीमें डेटा समीक्षा पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही हैं।'
5 जून से अंतरिक्ष में फंसी है सुनीता
नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अपने साथी बैरी विल्मोर के साथ 5 जून को उड़ान भरी थी. इन्हें एक सप्ताह के भीतर अपना मिशन पूरा करके वापस लौटना था। लेकिन स्टारलाइनर में हीलियम लीक और थ्रस्टर में आई खराबी की वजह से उनकी वापसी को कई बार टाला गया। दोनों पिछले डेढ़ महीने से स्पेस स्टेशन पर रुके हुए हैं। इंजीनियर स्पेसक्राफ्ट में समस्या को ठीक करके उसे वापसी के लिए तैयार करने में जुटे हुए थे। और थ्रस्टर में आई खराबी का पता लगाया जा रहा था।
कुछ घंटे की हीलियम मौजूद
थ्रस्टर्स को नियंत्रित करने वाले हीलियम के टैंक स्टारलाइनर की लॉन्च से पहले लीक कर रहे थे, जिससे लॉन्च में देरी हुई थी। पिछले महीने अधिकारियों ने बताया था कि अंतरिक्ष यान में 70 घंटे की हीलियम है, जबकि इसे वापसी के लिए केवल 7 घंटे की हीलियम की जरूरत है। ऐसे में अभी भी इन अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी आसान नहीं है.