Dhanteras Gold Demand: धनतेरस 2025 भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक बेहद खास मौका साबित हुआ है देश भर में खरीदारों ने इस शुभ अवसर पर करीब 1 लाख करोड रुपए की खरीदारी की है। Confederation of All India Traders (CAIT) की रिपोर्ट के अनुसार इस बार बाजारों में जबरदस्त भीड़ देखने को मिली है और सोना चांदी से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामानों तक की बिक्री में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिला है।
Gold Demand ने दिखाया नया इतिहास
इस बार धनतेरस पर सबसे ज्यादा चमक सोने चांदी के बाजार में ही देखने को मिली रिपोर्ट के अनुसार अकेले सोने और चांदी की बिक्री 60000 करोड रुपए से अधिक की हुई है। सोने की कीमत अब 130000 रुपए प्रति 10 ग्राम के आसपास पहुंच चुकी है इसके बावजूद लोगों ने इसकी खरीदारी कम नहीं की है।
वहीं अगर चांदी की बात की जाए तो चांदी की कीमत भी लगभग 180000 रुपए प्रति किलो के करीब पहुंच चुकी थी फिर भी इसकी मांग लगातार बढ़ती जा रही है। इस आंकड़े को देखकर सब पता चलता है Gold Demand केवल निवेश तक ही नहीं बल्कि परंपरा और विश्वास का प्रतीक भी बन चुकी है।
सिर्फ सोना ही नहीं, अन्य सेक्टर में भी जोरदार बिक्री
धनतेरस पर लोगों ने बर्तन के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक सामान और सजावटी वस्तुओं की भी जमकर खरीदारी की है। बर्तन और किचन के सामान की बिक्री लगभग 15000 करोड रुपए के आसपास हुई है वही इलेक्ट्रॉनिक और गैजेट्स में भी लगभग 10000 करोड रुपए का व्यापार देखा गया।
सजावटी और धार्मिक सामानों की खरीदारी पर भी लोगों ने लगभग 3000 करोड रुपए तक खर्च किए हैं या दिखता है कि भारत में उपभोक्ता अब केवल पारंपरिक चीजों पर ही नहीं बल्कि आधुनिक जरूरत पर भी खर्च कर रहे हैं।

अर्थव्यवस्था में सकारात्मक संकेत
त्योहारों के मौके पर इतनी बड़ी खरीददारी होने से भारत बाजार में एक अच्छा संकेत देखने को मिला है यह उपभोक्ता विश्वास और अर्थव्यवस्था की मजबूती दोनों को दर्शा रहा है। CAIT का कहना है कि GST दरों में कमी और लोकल को वोकल अभियान होने से भी बाजार को बढ़ावा मिला है।
क्या आगे भी बनी रहेगी यह रफ्तार?
हालांकि कीमतों में तेजी के कारण विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले महीना में सोने चांदी की मांग थोड़ी स्थिर हो सकती है लेकिन इसके बावजूद फिर भी निवेशक और उपभोक्ता के बीच सोना एक सुरक्षित ऑप्शन बना रहेगा।
धनतेरस 2025 की खरीदारी को देखकर या पता चलता है कि भारत में सोने की मांग अटूट है ऊंची कीमत होने के बावजूद धनतेरस जैसे शुभ दिन होने पर लोग खरीदारी करने से पीछे नहीं हटते हैं।

 
		 
		 
		