Goa Night Club Blast News: गोवा के नाईट क्लब में सिलेंडर ब्लास्ट से 25 जिंदा जले!

गोवा के नॉर्थ गोवा (North Goa) के अरपोरा (Arpora) में स्थित एक पॉपुलर नाईट क्लब, बर्च बाई रोमियो लेन (Birch by Romeo Lane), में 6 दिसंबर 2025 की रात को हुए सिलेंडर ब्लास्ट (Cylinder Blast) से 25 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से अधिक घायल (Injured) हैं। यह घटना देर रात 1 बजे के आसपास हुई, जब क्लब में पार्टी (Party) चल रही थी। क्या यह हादसा गोवा की सुरक्षा और फायर सेफ्टी नॉर्म्स (Fire Safety Norms) पर सवाल उठाएगा?

क्या हुआ?रिपोर्ट के अनुसार, क्लब की किचन (Kitchen) में एक गैस सिलेंडर (Gas Cylinder) में ब्लास्ट हुआ, जिससे आग (Fire) पूरी बिल्डिंग में फैल गई। ब्लास्ट इतना तेज था कि लोग पैनिक (Panic) में आ गए, और कई लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। अधिकतर मौतें सांस की तकलीफ (Suffocation) और जलने (Burn Injuries) से हुईं। पुलिस और फायर ब्रिगेड (Fire Brigade) की टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) चलाया, लेकिन देर रात तक 25 शव (Bodies) बरामद किए गए।

घायलों की स्थिति50 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें से 10 की हालत गंभीर (Critical) है। इन्हें नजदीकी अस्पतालों (Nearby Hospitals) में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टर्स उनकी जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं। घायलों में क्लब के स्टाफ (Staff) और टूरिस्ट्स (Tourists) दोनों शामिल हैं।

पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रियागोवा के डीजीपी अलोक कुमार (DGP Alok Kumar) ने कहा, “हमने क्लब को सील (Sealed) कर दिया है, और मालिकों (Owners) से पूछताछ जारी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि क्लब ने फायर सेफ्टी नॉर्म्स (Fire Safety Norms) का पालन नहीं किया था।” गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत (CM Pramod Sawant) ने घटना को “दुखद” (Tragic) करार दिया और कहा, “जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई (Strict Action) की जाएगी।”

फायर सेफ्टी नॉर्म्स की अनदेखीरिपोर्ट में बताया गया कि क्लब में पर्याप्त फायर एक्सिट्स (Fire Exits) नहीं थे, और सिलेंडरों को सुरक्षित जगह (Safe Place) पर नहीं रखा गया था। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर फायर सेफ्टी नॉर्म्स का पालन किया गया होता, तो यह हादसा टाला जा सकता था।

राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने ट्वीट करते हुए कहा, “गोवा के नाईट क्लब में हुई इस घटना से दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।” विपक्षी पार्टियों ने भी इस घटना पर सवाल उठाए और मांग की कि स्कूलों और क्लब्स (Schools and Clubs) में फायर सेफ्टी नॉर्म्स का सख्ती से पालन हो।

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