Girls deprived of transport facilities: मैहर जिले के ग्राम कांसा के छात्रों को स्कूल पहुंचने में हो रही परेशानी के चलते मंगलवार को वे 25 किलोमीटर की यात्रा कर ऑटो रिक्शा से मैहर कलेक्ट्रेट पहुंचे। छात्रों ने अपर कलेक्टर शैलेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्या बताई। अपर कलेक्टर द्वारा आने का कारण पूछे जाने पर छात्रों ने सवाल किया, “सर, हमें स्कूल बस लेने क्यों नहीं आती?”कांसा, भटगवां और उफरी गांव के 15 से अधिक छात्र-छात्राएं शासकीय संदीपनी उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, अमरपाटन में पढ़ते हैं।
शासन की नीति के अनुसार 20 किलोमीटर तक की दूरी के लिए परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई जाती है, लेकिन इन गांवों के छात्र इससे वंचित हैं। स्कूल के रूट नंबर 6 में कांसा गांव का नाम दर्ज होने के बावजूद बस केवल कसेई गांव तक आती है, जो स्कूल से 10 किलोमीटर और कांसा से 2 किलोमीटर दूर है। छात्रों को ऑटो रिक्शा से बस स्टॉप तक जाना पड़ता है और गर्मी में घंटों पेड़ के नीचे बस का इंतजार करना पड़ता है। बारिश में स्थिति और बदतर हो जाती है। प्राचार्य से बार-बार शिकायत के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला, जिसके चलते छात्रों ने कलेक्ट्रेट में गुहार लगाई। अपर कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लिया और तहसीलदार अमरपाटन रामदेव साकेत को जांच कर बच्चों के गांव तक बस सुविधा शुरू करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।