कांग्रेस के राष्ट्रिय प्रवक्ता गौरव वल्लभ (Gaurav Vallabh) ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने एक पोस्ट में पार्टी में छोड़ने की जानकारी दी. वजह बताते हुए लिखा कि वो सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकते और ना ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रेटर्स को गाली दे सकते हैं. इसके अलावा पूर्व कांग्रेस नेता संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) ने भी कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है.
4 अप्रैल को गौरव ने अपने एक पोस्ट में लिखा, कांग्रेस पार्टी आज जिस तरह से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है,उसमे मैं खुद को सहज महसुस नहीं कर पा रहा हूं. मैं ना सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता। इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों व प्राथमिक सदस्य्ता से इस्तीफा दे रहा हूं.
इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने 3 अप्रैल को महाराष्ट्र में अपने प्रमुख नेता संजय निरुपम को 6 साल के लिए निष्कासित करने का फैसला सुनाया था. अब संजय सिंह निरुपम ने दावा किया है कि पार्टी के इस फैसले से पहले ही वो इस्तीफा दे चुके थे. इस दावे के सपोर्ट में उन्होंने सबूत भी पेश किया है. बता दें, पिछले कुछ समय से संजय पार्टी हाईकमान के खिलाफ बोल रहे थे. उनपर ‘INDIA’ गठबंधन की सहयोगी शिवसेना (उद्धव गुट) के खिलाफ बोलने पर भी आरोप लगा था.
संजय निरुपम ने एक्स पर लिखा, ऐसा लगता है कि कल रात पार्टी को मेरा इस्तीफा मिलने के तुरंत बाद कांग्रेस ने मेरा निष्कासन जारी करने का फैसला किया। इतनी तत्परता देखकर अच्छा लगा. बस यह जानकारी साझा कर रहा हूं. मैं आज दोपहर में मामले पर विस्तार से बयान दूंगा।
इससे पहले कांग्रेस महासचिव किसी वेणुगोपाल द्वारा जारी एक पत्र में कहा गया था,”अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए माननीय कांग्रेस अध्यक्ष ने श्री संजय निरुपम को तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने की मंजूरी दे दी है. “पिछले काफी समय से निरुपम नाराज बताये जा रहे थे.