रीवा जिले में लगातार बढ़ रहे अपराध पर अकुंश लगाने के लिये उपमुख्यमंत्री व पुलिस अधिकारी सख्त कार्रवाई की हिदायत दे रहे हैं, बावजूद इसके नियंत्रण की बजाय पुलिस संरक्षण दे रही है। शनिवार को एक ऐसा ही मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय थानांतर्गत सुनौरा पेट्रोल पंप के पास शराब की पैकारी को लेकर रात में दो गुटों में गैंगवार हो गई। इस दौरान फयरिंग की भी बात सामने आ रही है। गैंगवार में दोनों गुटों के लोगों को गंभीर चोटे भी आई हैं। इस घटना के बाद पुलिस ने वाहन सहित दोनों पक्ष के लोगों को रातभर थाने में बैठा रखा है। इसके बाद इस गंभीर अपराध में समझौता कर दिया है। इस तरह थाने में अपराधिक मामलों का समझौता कराने से पुलिस अमले पर सवाल उठ रहें है।
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जानिए पूरी वारदात
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि शनिवार रात को सुनौरा पेट्रोल पंप के पास अनुराग सिंह और प्रशांत तिवारी उर्फ मेंटल के बीच जमकर विवाद हुआ है। इस दौरान लाठी-डंडे के साथ गोली भी चलाई गई। हालांकि गोली हवा में चलाने से कोई जनहानि नहीं हुई है। इस घटना की जानकारी होने पर पुलिस ने दोनों पक्ष के लोगों को रातभर थाने में बैठाये रखा। इसके बाद पुलिस ने सुबह दोनों को छोड़ दिया है। बताया जा रहा है कि अनुराग सिंह और प्रशांत तिवारी के विरूद्ध पहले से अपराधिक रिकार्ड हैं और कई मामले थाने में पंजीबद्ध है। इसके बावजूद पुलिस ने दोनों को मारपीट के मामले में थाने से छोड़ दिया। पुलिस ने इस पर कोई मामला पंजीबद्ध नहीं है किया। जबकि गत दिनों पूर्व उपमुख्यमंत्री ने अपराधिक घटनाओं को रोकने के पुलिस को सख्त लहाजे में कार्रवाई करने का आदेश दिया है, लेकिन पुलिस के अधिकारी अपराधियों से अपना यराना निभा रहे हैं।
पक्षकार नहीं चाहते थे कार्रवाई
वहीं इस मामले में थाना प्रभारी विश्वविद्यालय अतुल त्रिपाठी ने बताया कि सुनौरा पेट्रोल पंप के पास घटना संज्ञान में आई थी। इस मामले में दोनों पक्ष थाने में उपस्थित हुए थे। इनमें कुछ को चोटें भी आई है लेकिन दोनों पक्षों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं चाही गई। इसलिए कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।
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