Ganesh Chaturthi 2025 Durva Upay: गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। कहा जाता है कि दूर्वा गणपति बप्पा का अत्यंत प्रिय भोग है। इसे चढाने वाले व्यक्ति के जीवन से गणपति सारे विघ्न को दूर कर देते हैं। ज्योतिष और वैदिक शास्त्रों में भी दूर्वा चढाने को बेहद ही फलदायी माना गया है। बता दे दूर्वा एक ऐसी विशेष घास होती है जो गणेश को अति प्रिय होती है और ऐसे में इस गणेश चतुर्थी पर दूर्वा (ganesh chaturthi par durva chadhane ke labh) चढ़ाने वाले व्यक्ति को भगवान गणेश की विशेष कृपा प्राप्त होती है और इसी से जुड़ी संपूर्ण जानकारी आज हम आपको इस लेख के माध्यम से देंगे।

क्या है दूर्वा का धार्मिक महत्व (ganesh ji par durva chadhane se kya hota hai)
दूर्वा एक हरे रंग की घास होती है जिसे दर्भा अथवा त्रिदली भी कहा जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार गणेश जी ने जब अलनासुर नामक असुर का वध किया था तब उसके शरीर की तीव्र गर्मी से गणेश जी व्याकुल हो उठे थे और तभी एक ऋषि ने उनके मस्तक पर दूर्वा रखी जिससे गणेश जी के शरीर की गर्मी दूर हो गई और उन्हें शीतलता प्राप्त हुई। इसी वजह से गणेश जी को दूर्वा अति प्रिय है। कहा जाता है कि गणेश जी को दूर्वा अर्पित करने से बुद्धि बल और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
गणेश जी पर दूर्वा चढ़ाने के लाभ (ganesh chaturthi 2025)
विघ्न निवारण: गणेश जी पर दूर्वा चढ़ाने से जीवन की बाधाएं दूर होती है। दूर्वा गणेश जी का प्रिय भोग है ऐसे में गणेश जी पर उनका प्रिय भोग चढ़ाने से गणेश जी की विशेष कृपा प्राप्ति होती है।
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धन समृद्धि में वृद्धि: गणेश जी पर दूर्वा अर्पित करने से घर में लक्ष्मी का वास होता है और व्यक्ति के जीवन के सारे आर्थिक संकट समाप्त हो जाते हैं।
स्वास्थ्य लाभ: दूर्वा में कई औषधीय गुण होते हैं जो मन को शीतल करते हैं। गणेश जी पर दूर्वा चढ़ाने से मानसिक तनाव भी समाप्त होता है।
बुध ग्रह शांति: दूर्वा बुध ग्रह से भी सम्बंधित है। ऐसे में गणेश जी पर दूर्वा चढ़ाने से बुध ग्रह की स्थिति सुधारता है और व्यक्ति को बुद्धि की प्राप्ति होती है।
सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति: गणेश जी पर दूर्वा चढ़ाने से घर का वातावरण सकारात्मक और ऊर्जावान होता है।