सैम बैंकमैन फ्राइड के खिलाफ धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज. फ्राइड ने दावे के साथ कहा है की उन्होंने कोई धोखाधड़ी नहीं की। लेकिन ज्यूरी ने उनके इस दावे को खारिज कर दिया। FTX एक साल पहले ही दिवालिया हो चुकी है।
सैम बैंकमैन फ्राइड को पाया दोषी (विस्तार में )
फ्राइड को मनी लॉन्डरिंग के मामले में दोषी पाया गया है। बैंकमैन क्रिप्टो एक्सचेंज फर्म एफटीएक्स के सह-संस्थापक हैं , एक समय यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टो एक्सचेंज फर्म थी। काफी समय बाद न्यूयोर्क की एक ज्यूरी ने इन्हे इन्वेस्टर्स और ग्राहकों के साथ 10 अरब डॉलर की धोखाधड़ी का दोषी पाया। फ्राइड ने अपने बयान में कहा की उन्होंने कोई भी धोखाधड़ी नहीं की है। लेकिन ज्यूरी ने उन्हें गुनहगार कह कर उनकी बयान को खारिज कर दिया।
पिछले साल गिरफ्तार हुए थे बैंकमैन
सैम बैंकमैन फ्राइड को धोखाधड़ी और मनी लॉन्डरिंग के मामले में गिरफ्तार किया। पहले तो एक महीने इस मामले की सुनवाई चली. फ्राइड एक समय क्रिप्टो इंडस्ट्री के जाने माने बड़े नामों में से एक थे लेकिन अब उनकी कंपनी FTX दिवालिया घोषित हो चुकी है और अब वह खुद भी धोखाधड़ी के मामले में दोषी करार दिए गए है. बैंकमैन को पिछले साल ही गिरफ्त में लिया गया है। यूएस अटॉर्नी डेमियन विलियम्स ने पत्रकारों से बात करके पता लगाया की यह घोटाला अमेरिकी इतिहास के सबसे बड़े घोटालों में से एक है। यह एक योजना थी जिसमे इन्होने अरबों डॉलर का घोटाला किया, यह सब फ्राइड को क्रिप्टो इंडस्ट्री का किंग बनाने के लिए प्लान किया गया था।
फ्राइड ने ऐसे की थी धोखाधड़ी की साज़िश
बैंकमैन पर यह आरोप लगा है की उन्होंने सारे इन्वेस्टर्स और कर्जदारों से झूठ बोल कर FTX से अरबों डॉलर लूट लिए और अपनी डूबी हुयी कंपनी को सँभालने में लगा दिए। बैंकमैन अपमी ट्रेडिंग फर्म अलमेडा रिसर्च के ज़रिये FTX के ग्राहकों के पैसे ले लिए और उन सारे पैसों को अलमेडा रिसर्च के कर्ज़दारों को दे दिए। साथ ही साथ फ्राइड ने उन पैसों से सम्पाती खरीद ली एयर उसको कई और जगह इन्वेस्ट किया और बचे हुए पैसों को राजनीती पार्टियों को चंदा देने में लगा दिया। इस पुरे मामले में बैंकमैन के तीन पूर्व साथी भी सामने आये। यहाँ तक की फ्राइड की पूर्व प्रेमिका एलिसन ने उन्ही के खिलाफ गवाही दे दी ताकि वह खुद सजा से बच सकें। अब बहुत जल्द ही बैंकमैन को जेल की सजा सुनाई जाएगी और बताया जा रहा है की उन्हें दशक भर से ज़्यादा की सजा होगी।