रीवा में ऐसा भीषण हादसा सामने आया है, जिसे सुनकर रूह कांप जाये। यहां दो ट्रकों की भिड़ंत में चार लोग जिंदा जल गए। जबकि एक ट्रक के चालक ने कूदकर अपनी जान बचा ली। दोनों ट्रक में कुल पांच लोग सवार थे। शव इतनी बुरी तरह से जल चुके थे कि उनकी पहचान करना मुश्किल हो रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक यह हादसा ओवरटेक करने के चक्कर में हुआ। रीवा से प्रयागराज की तरफ जा रहे ट्रक ने लगातार तीन गाड़ियों को ओवरटेक किया। इसके बाद सामने की तरफ से आ रहे ट्रक को देखकर चालक घबरा गया। और उसने ट्रक को रोड से नीचे उतारने की कोशिश की। लेकिन खाई होने की वजह से ट्रक को नीचे नहीं उतारा पाया। इतने में सामने से आ रहे ट्रक से उसकी जोरदार भिड़ंत हो गई। जिसके बाद दोनों ट्रकों के गेयर बॉक्स में आग लग गई और लपटें उठने लगीं। मृतकों में दो यात्री मां-बेटा सविता मुंडा (40) और चेतन मुंडा उर्फ गोल्डी (19) के अलावा ट्रक ड्राइवर संतोष केवट (33) और हेल्पर सतीश केवट शामिल हैं।
देरी से आई पुलिस और फायर ब्रिगेड
घटना स्थल के पास दुकान संचालित करने वालों के मुताबिक हादसे के बाद चीखनें की आवाजें सुनाई दी। जाकर देखा तो ट्रकों के गेयर बॉक्स में आग लग चुकी थी। पहले बाल्टियों में पानी भरकर आग बुझाने की कोशिश की फिर पाइप लगाई। हादसे के 45 मिनट बाद पुलिस मौके पर पहुंची। जबकि घटना के करीब एक घंटे बाद मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम आई। तब तक स्थिति नियंत्रण से बहार हो चुकी थी।
सिंगल लेन रोड बन रही हादसे की वजह
स्थानीय लोगों के मुताबिक इस रास्ते में आए दिन हादसे होते रहते हैं। जब कोई बड़ी दुर्घटना होती है तो लोगों की नज़र में आती है। इसका सबसे बड़ा कारण रोड का सिंगल लेन होना है। स्थानीय लोगों ने कई बार इसे लेकर आवाज उठाई है। दरअसल रतहरा बाइपास से लेकर चोरहटा बाइपास तक रोड के चौड़ीकरण की जरूरत है। क्योंकि इस रास्ते से ज्यादातर भारी वाहन निकलते हैं। उत्तर प्रदेश से होकर आने वाले और महाराष्ट्र की तरफ जाने वाले भारी वाहन इसी रास्ते से जाते हैं। इसलिए कई बार सिंगल लेन सड़क होने की वजह से हादसे का शिकार हो जाते हैं। दुर्घटना स्थल से करीब 200 मीटर की दूरी पर कुछ महीनों पहले दो चार पहिया वाहन टकरा गए थे। जिसके बाद दोनों में आग लग गई थी।
मां-बेटे दोनों एक साथ जले
हादसे में मां और बेटे दोनों एक साथ जल गए। सविता रावत और गोल्डी रावत दोनों गढ़ के कैथा गांव के रहने वाले हैं। जो ट्रक में बैठकर नागपुर से आए रहे थे। मरने वाले सीआरपीएफ जवान के पत्नी और बच्चे हैं। सविता के पति नागपुर में पदस्थ हैं। मां-बेटे दोनों उनके पास गए हुए थे। गुरुवार को नागपुर से रीवा के लिए चले थे। लेकिन घर नहीं पहुंच पाए। रास्ते में ही हादसे का शिकार हो गए। बताया जा रहा है कि पहले दोनों नागपुर से बस मे आने वाले थे। लेकिन परिचित चालक होने की वजह से ट्रक से आ गए।
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