नव मध्यप्रदेश निर्माण की रखी जा रही आधारशिला, दो लाख शासकीय नौकरियां का ऐलान

एमपी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि गत दो वर्ष विकसित और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की आधारशिला रखने वाले रहे। इन वर्षों में प्रदेश ने विरासत से विकास के पथ पर अग्रसर होते हुए औद्योगिक विकास, रोजगार सृजन, निवेश प्रोत्साहन, आधारभूत ढांचे के विस्तार में उल्लेखनीय उपलब्धियां अर्जित की। आने वाले समय में यही गति प्रदेश को देश के अग्रणी औद्योगिक केन्द्र के रूप में स्थापित करेगी। इस ऐतिहासिक अवसर पर हम विकसित मध्यप्रदेश-2047 विजन डॉक्यूमेंट, राष्ट्र को समर्पित कर रहे हैं। जन-जन के सहयोग से विकसित यह दस्तावेज नव मध्यप्रदेश निर्माण की आधारशिला है, जो अगले 2 दशकों के लिए सशक्त आत्मनिर्भर और विकसित मध्यप्रदेश का रोडमैप भी है। यह डाक्यूमेंट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत 2047 के संकल्प को साकार करने में अग्रणी भूमिका निभाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रवीन्द्र भवन में प्रदेश के 70वें स्थापना दिवस पर अभ्युदय मध्यप्रदेश के अंतर्गत विकसित मध्यप्रदेश-2047 विजन डॉक्यूमेंट विमोचन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

एमपी में दो लाख शासकीय नौकरियां

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश के विकास और जनकल्याण के लिए वर्ष 2025 को निवेश और रोजगार वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। प्रदेश में हुए विशेष प्रयासों से 30 लाख करोड़ रूपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव हुए। इसमें से 8 लाख 44 हजार करोड़ रूपए के निवेश प्रस्तावों को स्वीकृति मिली। इनसे 6 लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे। विगत 2 वर्षों में 8 लाख 25 हजार लोगों को रोजगार मिला और 23 हजार 853 करोड़ रूपए से अधिक का निवेश मिला है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वर्तमान में 60 हजार सरकारी पदों पर भर्तियां की जा चुकी हैं। प्रधामनंत्री मित्र पार्क, भोपाल के पास रायसेन जिले के उमरिया गांव में आ रही रेल कोच फैक्ट्री से बड़ी संख्या में रोजगार सृजित होंगे। राज्य सरकार उद्योगों के अतिरिक्त पर्यटन और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में भी पीपीपी मोड पर गतिविधियों के संचालन की पहल कर रही है। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा किए गए एयर एम्बुलेंस सेवा के नवाचार और प्रदेश के दूरस्थ अंचलों के जरूरतमंद लोगों को इससे त्वरित उपचार के रूप में मिली राहत की जानकारी भी दी। अगले 3 वर्षों में 2 लाख शासकीय नौकरियां उपलब्ध कराईं जाएंगी।

एमपी में चौथा हवाई अड्डा उज्जैन में लेगा आकार

मुख्यमंत्री डॉ. यादव और केन्द्रीय मंत्री श्री नायडू की उपस्थिति में उज्जैन हवाई अड्डे के विकास अनुबंध पर हस्ताक्षर हुए। गत लगभग 2 वर्ष में प्रदेश को चौथा हवाई अड्डा मिल रहा है। उल्लेखनीय है कि इस अवधि में रीवा, सतना और दतिया एयरपोर्ट ने भी आकार लिया है। उज्जैन हवाई अड्डा बनने से श्रद्धालुओं को विशेष लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन सहित अब मध्यप्रदेश में 9 एयरपोर्ट हो जायेंगे। कार्यक्रम में रीवा-नई दिल्ली फ्लाइट के लिए अलायंस एयरलाइंस को और रीवा-इंदौर फ्लाइट के लिए इंडिगो एयरलाइंस के पदाधिकारियों को अनुबंध पत्र सौंपे गए। साथ ही प्रदेश के तीन सेक्टर्स में पीएमश्री हवाई पर्यटन हेलीकॉप्टर सेवा के लिए अनुबंध पत्र प्रदान किए गए।

विकसित मध्यप्रदेश के तीन महत्वपूर्ण स्तंभ सुख, समृद्धि और सुसंस्कृति

मुख्य सचिव अनुराग जैन ने कहा कि प्रदेश का विजन डाक्यूमेंट तैयार करने के लिए हर जिले और पंचायत तक से सुझाव लिए गए। डॉक्यूमेंट तैयार करने में नीति आयोग का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ है। विकसित मध्यप्रदेश के तीन महत्वपूर्ण स्तंभ सुख, समृद्धि और सुसंस्कृति हैं। देश में कल्चरल इकोनामी के विकास की अपार संभावनाएं हैं। प्रदेश में रोजगार और उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए मेक इन मध्यप्रदेश पर विशेष जोर दिया जा रहा है। प्रदेश में खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को नई तकनीक से जोड़ा जाएगा। प्रदेश के 97 प्रतिशत किसानों की डिजिटल रजिस्ट्री पूर्ण हो चुकी है। इस मामले में मध्यप्रदेश नंबर वन है। सर्विस सेक्टर को बढ़ाते हुए प्रदेश में 3 एआई सिटी विकसित की जाएंगी। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश, देश का एकमात्र ऐसा राज्य होगा, जहां पूरी सरकार एक स्क्रीन पर मौजूद होगी। एमपी ई-सेवा पोर्टल से नागरिकों को आज से 500 सेवाएं ऑनलाइन प्राप्त होंगी। शेष विभागों की 1750 सेवाएं भी जल्द ही ऑनलाइन मिलने लगेंगी।

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