Site icon SHABD SANCHI

निर्भया के दोषियों से लेकर सीमा हैदर का केस लड़ा, अब करेंगे बाबा की पैरवी , जानिये कौन हैं वकील AP सिंह ;

सुप्रीम कोर्ट के वकील AP सिंह फिर एक बार सुर्खिया बटोर रहे है. दरसल नारायण सरकार हरि ने अपने बचाव में AP सिंह को अपना वकील अधिकृत किया।

उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोग घायल हो गए थे वहीं सैकड़ो लोग जख्मी हो गए थे. इस पूरी घटना में नारायण हरि सरकार पर गंभीर आरोप लग रहे है। अब ऐसे में अपने बचाव में बाबा ने AP सिंह को अपना वकील अधिकृत किया है.

निर्भया के दोषियों  की तरफ से लड़ा केस

साल, 1997 में सुप्रीम कोर्ट से वकालत शुरू करने वाले एपी सिंह लखनऊ विश्वविद्यालय से लॉ ग्रेजुएट हैं. साल 2012 में वह पहली बार चर्चा में आए जब उन्होंने दिल्ली स्थित साकेत कोर्ट में निर्भया मामले में को दोषियों की ओर से पेश हुए. उस वक्त एपी सिंह ने कहा था कि वह यह केस लड़ने का फैसला उन्होंने अपनी मां के कहने पर किया था. मूल रूप से यूपी के निवासी एपी सिंह कई सालों से दिल्ली में ही सपरिवार रहते हैं. गौरतलब है कि जब यह तय हो गया था कि निर्भया के आरोपियों को सजा मिलना तय है, तब भी AP सिंह उन्हें बचाने का पूरा प्रयाश करते रहे। और अंत में वह उनके केस को अन्तर्राष्ट्रीय अदालत में उठाने की बात कही। हालांकि बाद में निर्भया के सभी आरोपियों को फाँसी दे दी गयी.

सीमा हैदर का केस लड़ा

पाकिस्तान से आयी सीमा पर जब पूरा देश संदेह कर रहा था. उस समय AP सिंह ने सीमा का बचाव किया और उसे कानूनी दांव पेंच में पड़ने से बचाया। ऑनलाइन गेम PUBG के जरिए उसकी मुलाकात 2019 में भारत में रहने वाले सचिन मीणा से हुई. दोनों में प्यार हो गया. इसके बाद सीमा अवैध तरीके से भारत आई गई. इस समय ग्रेटर नोएडा में सचिन के साथ रह रही है. उस पर उसके पाकिस्तानी पति ने केस कर रखा है.

आपको बता दे कि AP सिंह को कई बार निचली अदालत से शीर्ष अदालत तक फटकार लग चुकी है. लेकिन वे इसे अपने पेशे का हिस्सा मानते हैं.

एपी सिंह का मानना है कि हर आरोपी को अपना बचाव करने का अधिकार है. सितंबर 2020 में हाथरस में 19 साल की महिला के साथ गैंगरेप हुआ था. तब भी उन्होंने आरोपियों की पैरवी की थी। इसके लिए पूरे देश में उनकी जम कर आलोचना हुई थी.

एपी सिंह पुरुषों के लिए आयोग या मंत्रालय बनवाना चाहते हैं. वो इसके लिए अभियान भी चलाते हैं. उनका दावा है कि भारत में हर दिन 50 से 175 पुरुष आत्महत्या करते है. उनमें अधिकांश ऐसे लोग होते है जो किसी महला से प्रताड़ित होते है.

AP सिंह ने मीडिया को बताया कि जब वहां भगदड़ हुयी उस समय बाबा वहाँ से जा चुके थे, उनके अनुयायी वहां मौजूद थे जो समझ नहीं पाए की उन्हें क्या करना है. जिन असमाजिक तत्वों ने माहौल खराब किया उन पर जरूर कार्यवाही हो.

Exit mobile version