ब्रिटेन के पूर्व प्रधान मंत्री बोरीस जॉनसन ने हाल ही में अपने जीवन की घटित घटनाओ पर एक किताब लिखी है। इस किताब में बोरीस जॉनशन ने भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की खूब जमकर तारीफ़ की है। किताब का नाम ‘अनलीश्ड ‘है। उन्होने लिखा है की प्रधान मंत्री मोदी एक बदलाव लाने वाले नेता है जिनकी हम सबको ज़रूरत है।
जॉनसन ने इस पुस्तक में भारत देश के लिए एक अलग पाठ लिखा है। इस पाठ का नाम ‘ब्रिटेन एंड इंडिया’ है। इस पाठ में उन्होंने भारत और रूस के रिश्ते बारे में लिखा है। इस पुस्तक को ब्रिटेन का हर नागरिक पढ़ सकता है। उनकी लिखी यह पुस्तक 10 अक्टूबर को पब्लिश हो चुकी है और अब ये ब्रिटेन के हर लाइब्रेरी और बुकस्टोरस में उपलब्ध है।
इस पुस्तक में जॉनसन ने ये भी लिखा है की भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू ने ब्रिटेन की क़्वीन एलिज़ाबेथ ll से ये कहा था की भारत हमेशा रूस का साथ निभाएगा। जॉनसन कहते है की जब उन्होंने मोदी से पहली बार मुलाकात की थी तो उन्हें एक सी अलग से ऊर्जा महसूस हुई थी। वो आगे लिखते है की उनकी पहली मुलाकात मोदी से लंदन में हुई थी जब जॉनसन लंदन के मेयर हुआ करते थे। वह इस मुलाकात को बताते हुए लिखते है की।
” हम लंदन में टॉवर ब्रिज के पास थे। सामने मोदी के समर्थकों की भीड़ थी। तभी मोदी ने मेरा हाथ पकड़ कर ऊपर उठाया। उन्होंने हिंदी में कुछ कहा। हालांकि मैं वह नहीं समझ पाया, पर मुझे एक अनोखी एनर्जी फील हुई। तब से वे मेरे दोस्त हैं। “
भारत और रूस के संबंध :
बोरिस जॉनसन वर्ष 2022 में भारत दौरे पर आए थे। जॉनसन ने दोनों देशो के बीच फ्री ट्रेड पैक्ट की पहली पहल के लिए खुद को महत्व दिया। उन्होंने कहा की भारत का दौरा पूर्ण तरीके से सफल और आनंदमय था। जॉनसन आगे कहते है की वो यह दौरा इसलिए करना चाहते थे क्योंकि वह उक्रेन और रूस विवाद को लेकर कुछ बातचीत करना चाहते थे।
जॉनसन जब भारत दौरे पर आए थे उसके ठीक एक महीने बाद रूस और उक्रेन के बीच विवाद और हमला शुरू हो गया था। आगे वो लिखते है की वो भारत की गुट निर्पेक्षिता नीति को पूर्ण तरीके से समझते है। भारत और रूस का रिश्ता अर्सो पुराना है।भारत हाइड्रोकार्बन के लिए रूस पर निर्भर है। लेकिन ,अब मुझे यह लगता है की बदलाव की आवश्यकता है।
जॉनसन को पसंद है भारतीय परंपराए :
जॉनसन आगे अपनी किताब में लिखतें है की उन्हें भारतीय परंपराए और शादिया पसंद है। वो बताते है की उनकी धरम पत्नी मरिना व्हीलर का संबंध भारत से जुड़ा हुआ है और वो काई भारतीय शादियों में शामिल हुए है। उनकी धरम पत्नी की माँ का जन्म भारत में हुआ था इसलिए उनका संबंध भारत से जुड़ा हुआ है। ब्रिटेन के प्रधान मंत्री रहते हुए भी उन्होने ब्रिटिश इंडिया को शामिल किया और उन्ही के नेतृत्व में ऋषि सुनक और प्रीति पटेल को कैबिनेट का हिस्सा बनाया गया जिसके चलते ऋषि सुनक आगे चलकर ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बने।