Haryana Election 2024: चुनाव से पहले BJP को झटके पे झटका, पूर्व मंत्री कर्ण देव कांबोज ने थामा कांग्रेस का दामन।

Haryana Election 2024 : हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं के दल बदलने का सिलसिला जारी है। अब भाजपा से टिकट न मिलने से नाराज पूर्व मंत्री कर्ण देव कांबोज कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। कर्ण देव कांबोज करनाल के इंद्री विधानसभा क्षेत्र से टिकट न मिलने से नाराज थे। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने कर्ण देव कांबोज को कांग्रेस में शामिल करवाया।

इससे पहले भी कांग्रेस के टिकट पर लड़ चुके हैं चुनाव। Haryana Election 2024

हालांकि इस बार नजारा काफी दिलचस्प होने की उम्मीद है, क्योंकि एक तरफ भाजपा ने अपने अनुभवी नेता के तौर पर निवर्तमान विधायक रामकुमार कश्यप को लगातार दूसरी बार टिकट दिया है, वहीं कांग्रेस ने इंद्री क्षेत्र में राकेश कांबोज पर दांव लगाया है। राकेश कांबोज वर्ष 2005 में भी कांग्रेस से चुनाव लड़ चुके हैं। इसके बाद बदली परिस्थितियों में उन्होंने हरियाणा जनहित कांग्रेस के टिकट पर अगले दो चुनाव लड़े, लेकिन जीत नहीं सके।

2019 में वे निर्दलीय के तौर पर मैदान में थे। Haryana Election 2024

2019 में वे निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े और दूसरे नंबर पर रहे। अब करीब 19 साल बाद राकेश कांबोज फिर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। भाजपा से अलग हुए पूर्व मंत्री कर्ण देव कांबोज के कांग्रेस खेमे में शामिल होने से उनकी और कांग्रेस की राह अपेक्षाकृत आसान नजर आ रही है।

भाजपा से टिकट न मिलने पर हुए बागी, थामा कांग्रेस का दामन

पूर्व मंत्री कर्ण देव कांबोज भाजपा में टिकट कटने से नाराज थे। अपने समर्थकों से चर्चा के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया और तत्कालीन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उन्हें मनाने कांबोज के घर गए थे। सीएम ने उनकी तरफ हाथ बढ़ाया तो पूर्व मंत्री ने हाथ नहीं मिलाया। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मुलाकात के बाद उनके कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा थी।

कांबोज भाजपा में ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष थे। Haryana Election 2024

हाल ही में इस्तीफा देने के बाद उनके कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा थी। कांबोज भाजपा में ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष थे। इंद्री क्षेत्र के चुनावी सफर पर नजर डालें तो यहां की जनता बाहरी प्रत्याशियों के प्रति अपेक्षाकृत अधिक मेहरबान रही है। अब तक हुए 13 चुनावों में इंद्री विधानसभा क्षेत्र को ऐसा ही जनादेश मिला है। यहां पांच बार स्थानीय और आठ बार बाहरी प्रत्याशी ही जीते हैं।

भाजपा ने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले को टिकट दिया

शुक्रवार को दिल्ली में कांग्रेस में शामिल होने के बाद कांबोज ने कहा कि वह राजनीति में सेवा करने के लिए भाजपा में शामिल हुए थे। उन्होंने खून-पसीने से पार्टी को सींचा, लेकिन पार्टी ने ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है, जिस पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। कर्णदेव कांबोज 2014 में इंद्री से भाजपा विधायक बने और फिर कैबिनेट मंत्री बने। उन्होंने 2019 में रादौर से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।

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