Food Plan After Haritalika Teej Fast : तीजा व्रत के बाद स्वस्थ खान-पान की शुरुआत – हरतालिका तीज का पर्व भारतीय सुहागिन महिलाओं के लिए विशेष आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है। यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के साथ मनाया जाता है, जिसमें महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं ,यानी बिना अन्न और जल के 24 घंटे से भी अधिक समय तक व्रत। यह उपवास न केवल श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है, बल्कि शारीरिक रूप से भी बहुत चुनौतीपूर्ण होता है। व्रत के बाद शरीर में कमजोरी, डिहाइड्रेशन, एसिडिटी या थकान महसूस होना सामान्य है। ऐसे में व्रत के अगले दिन का खानपान (Diet Plan) बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। यह डाइट न केवल शरीर की ऊर्जा को बहाल करे, बल्कि पाचन को भी सहज बनाए रखे। इस लेख में आइए जानते हैं, हरतालिका तीज के व्रत के बाद दूसरे दिन कैसा होना चाहिए एक संतुलित और स्वास्थ्यवर्धक डाइट प्लान।
व्रत के अगले दिन का संपूर्ण संतुलित डाइट प्लान
सुबह 6 से 7 बजे के बीच – गुनगुना नींबू-शहद पानी या गुनगुना नारियल पानी,पीना शरीर को हाइड्रेट करता है, एसिडिटी कम करता है और लिवर डिटॉक्स में मदद करता है।
हल्का नाश्ता – सुबह 8:00 – 9:00 बजे के बीच
एक कटोरी फल जैसे – केला, पपीता, सेब, अनार और साथ में एक कप दही या छाछ कला नमक व भुने जीरे के साथ खाएं। इसके अलावा 1-2 खजूर या भीगे हुए बादाम,फल खाएं ये प्राकृतिक शुगर और फाइबर से भरपूर होते हैं, जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है। दही पेट को ठंडक देता है और पाचन सुधारता है।
दोपहर का भोजन – 12:30-1:30 बजे
दोपहर के खानें में 1-2 रोटी (घी लगी हुई) या हल्की खिचड़ी,सीजनल सब्ज़ी (तुरई, लौकी, घीया जैसी हल्की सब्ज़ी)
1 कटोरी दही या रायता , हल्का सलाद (खीरा, टमाटर, गाजर) व एक चम्मच घी ज़रूर लें ,यह पाचन में सहायक होता है और
ध्यान रहे की भोजन कम मसालेदार, कम ऑयली और ताज़ा होना चाहिए।
शाम की चाय – 4:30 – 5:00 बजे लें
शाम को अगर दूध वाली चाय लें तो आधा कप ही पिएं ,क्योंकि इससे एसिडिटी हो सकती है ,जबकि हर्बल चाय या ग्रीन-टी के साथ ,मुरमुरे,लाई,भुने चने,मूंगफली थोड़ी मात्रा में खाना सही होगा।
रात का भोजन – 8:00-9:00 बजे – 1 रोटी या 1 बाउल दलिया और दाल या दूध – दही के साथ खाएं यदि ह्री सब्जी और दलिया खाना बेहतरीन होगा।
छाछ या हल्का सूप (टमाटर/मिक्स वेजिटेबल) सुझाव – रात का भोजन बेहद हल्का और जल्दी करें ताकि पाचन में आसानी हो। सोने से पहले तक़रीबन आधे जानते के पहले – (10:00 बजे के आसपास) गुनगुना दूध + 1 चुटकी हल्दी पी सकते हैं ताकि गैस या एसिडिटी न हो।
अतिरिक्त सुझाव
पानी खूब पिएं – व्रत के बाद हाइड्रेशन बेहद जरूरी है। हर घंटे थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें।
कैफीन से परहेज करे – चाय-कॉफी की मात्रा सीमित रखें क्योंकि इससे डिहाइड्रेशन और एसिडिटी बढ़ सकती है।
बहुत अधिक भोजन न करें – भूखे रहने के बाद अधिक खाने से पेट पर दबाव पड़ सकता है।
आराम ज़रूरी है – शरीर को व्रत के बाद पर्याप्त आराम देना भी उतना ही ज़रूरी है जितना सही आहार लेना।
विशेष – हरतालिका तीज व्रत केवल आध्यात्मिक आस्था का ही नहीं, बल्कि शारीरिक सहनशक्ति का भी प्रतीक है। व्रत के बाद दूसरे दिन का खानपान अगर संतुलित और पौष्टिक हो, तो शरीर फिर से ऊर्जावान और स्वस्थ महसूस करता है। ध्यान रखें ,शरीर को धीरे-धीरे सामान्य रूटीन में लाना ही सबसे बुद्धिमानी है।