Flahari panir masala dosa recipe – व्रत में भी स्वाद से समझौता क्यों ? – व्रत या उपवास का मतलब सिर्फ सादगी और सीमित आहार नहीं होता, बल्कि यह एक अवसर होता है शरीर और आत्मा की शुद्धि का और इस दौरान भी स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन करना संभव है। परंपरागत रूप से व्रत में खाया जाने वाला भोजन हल्का और फलाहारी होता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उसमें स्वाद और विविधता की कमी हो। आज हम आपके लिए लाए हैं एक अनोखी और स्वादिष्ट रेसिपी – फलाहारी मसाला डोसा पनीर मसाले के साथ, जो न सिर्फ आपके उपवास को खास बनाएगा बल्कि परिवार के सभी सदस्यों को भी पसंद आएगा। यह डोसा साबूदाना और सामक चावल से बनाया जाता है, और अंदर की स्टफिंग में पनीर और मसालेदार आलू का खास मिश्रण होता है। यह रेसिपी उन व्रतों के लिए एकदम उपयुक्त है जिनमें सेंधा नमक खाने की अनुमति होती है – जैसे नवरात्रि, प्रदोष व्रत, श्रावण सोमवार, करवा चौथ, और सोमवती अमावस्या आदि।
फलाहारी मसाला डोसा बनाने की आवश्यक सामग्री –
डोसा बैटर के लिए
- 1/2 कप – साबूदाना
- 1 कप – सामक चावल (व्रत वाला चावल)
- सेंधा नमक – (स्वादानुसार)
- 1 कप – ताजा दही
डोसे से स्टफिंग के लिए
- 2 – मध्यम आलू, उबले और मैश किए हुए
- 1/2 – कप पनीर, कद्दूकस किया हुआ
- 1-2 – हरी मिर्च बारीक कटी (यदि व्रत में लेते हों)
- 1 – छोटा चम्मच जीरा
- सेंधा – नमक स्वाद से
- बारीक कटा – हरा धनिया
- 1 – चम्मच घी या मूंगफली तेल (व्रत के अनुकूल)
- फलाहारी मसाला डोसा बनाने की विधि – साबूदाना और सामक चावल को अलग-अलग 4–5 घंटे के लिए भिगो दें,फिर दोनों को मिलाकर मिक्सी में पानी डालकर डोसे जैसा पतला घोल बना लें। इसमें दही और सेंधा नमक मिलाएं और 1 घंटे के लिए ढककर रख दें ताकि घोल थोड़ा खमीर उठा सके। अब एक पैन में थोड़ा सा घी गरम करें। उसमें जीरा डालें, फिर हरी मिर्च और आलू डालें, सेंधा नमक और पनीर डालें और अच्छी तरह मिक्स करें। ऊपर से हरा धनिया डालें और स्टफिंग को ठंडा होने दें,नॉन-स्टिक तवा गरम करें, थोड़ा सा घी लगाएं। तैयार घोल को तवे पर फैलाएं (जैसे सामान्य डोसा बनाते हैं),दोनों साइड से कुरकुरा सेंकें फिर बीच में स्टफिंग रखें और रोल करें या फोल्ड करें।
- सर्व करने के सुझाव
- इसे व्रत वाली नारियल की चटनी, दही या सादा आलू टमाटर की फलाहारी सब्जी के साथ परोसें।
- ऊपर से थोड़ा सा देशी घी डालने से स्वाद और पाचन में सुधार होगा। उपयोगी सुझाव
- डोसे को कुरकुरा बनाने के लिए घोल थोड़ा पतला रखें।
- यदि दही ज्यादा खट्टा है, तो थोड़ा सा पानी मिलाकर उपयोग करें।
- चाहें तो पनीर की जगह सिर्फ आलू भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
विशेष – व्रत के दौरान भी स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन करना पूरी तरह संभव है ,बस सही सामग्री और संयमित मसालों का उपयोग हो। यह फलाहारी मसाला डोसा न सिर्फ देखने में आकर्षक है बल्कि खाने में भी इतना स्वादिष्ट है कि उपवास न करने वाले भी इसके दीवाने हो जाएंगे। आने वाले नवरात्रि, एकादशी, या किसी भी व्रत में यह रेसिपी जरूर आजमाएं और अपने उपवास को स्वाद का उत्सव बनाएं।