अशोकनगर। वक्त के पांबद, खान-पान को लेकर सजीदा एवं नियमित योगा करने के साथ ही कई किलोमीटर तक दौड़ लगाकर अपनी सेहत के लिए निश्चित रहने वाले योगगुरू डॉक्टर पवन सिहंल का 54 वर्ष की आयु में उस समय हार्ट अटैक से निधन हो गया, जब वे सुबह योगा किए और फिर 3 किमी तक दौड़ लगाने के बाद वे योगा क्लास लेने के लिए अपने कार से जा रहे थें। कार के अंदर उन्हे साइलेंट हार्ट-अटैक हुआ और उनकी मौत हो गई। योगगुरू के इस मौत से हर कोई चकित है, क्योकि वे अपनी लाइफ-स्टाइल को लेेकर बहुत ही संजीदा थें।
जब कार से नही उतरे योगगुरू
जानकारी के तहत अशोकनगर के तुलसी सरोवर पार्क में वे नियमित रूप से योगा क्लास लेते थें। पार्क से 100 मीटर दूर उनकी कार अचानक से रूक गई। जब काफी समय तक कार से वे बाहर नही आए तो उनके शिष्यों को आशंका हुई। जिस पर वे कार के पास पहुच कर देखा तो योगगुरू कार के अंदर पड़े हुए थें। समय गंवाए बिना वहां मौजूद लोग योगगुरू को अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने परिक्षण के बाद उन्हे मृत घोषित कर दिए।
ऐसे कहलाएं योगगुरू
डॉक्टर पवन सिहंल वेटनरी विभाग में पशु सर्जन थें। वे अपनी नियमित दिनचर्या, सादगी, सेहत और लाइफ स्टाइल के लिए जाने जाते थें। क्योकि वे समय पर खाना खाने के साथ ही समय पर नींद लेकर अल सुबह उठ जाते थें। जिसके बाद वे खुद योगा करके कई किमी तक दौड़ और सैर करते थें। इसके बाद वे नियमित रूप से योगा की क्लास भी लेते थें और लोगों को अच्छे स्वास्थ के लिए टिप्स देते हुए योगाभ्यास कराते थें। इसीलिए उन्हे योगगुरू कहा जाता था।