Firing in Chandigarh High Court : चंडीगढ़ जिला न्यायालय में शनिवार को अंधाधुंध फायरिंग से सनसनी फैल गई। यहां पंजाब पुलिस के निलंबित एआईजी मलविंदर सिंह सिद्धू ने अपने दामाद हरप्रीत सिंह पर चार गोलियां चलाईं।
अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। दोनों परिवारों के बीच घरेलू विवाद चल रहा था। इस मामले में दोनों पक्ष शनिवार को चंडीगढ़ फैमिली कोर्ट पहुंचे थे। मृतक हरप्रीत सिंह कृषि विभाग में आईआरएस थे। दिनदहाड़े हुई इस वारदात से न्यायालय परिसर में हड़कंप मच गया।
घर में पत्नी से चल रहा था विवाद
हरप्रीत का अपनी पत्नी से काफी समय से विवाद चल रहा था। तलाक से पहले उनके बीच समझौते का मामला चंडीगढ़ जिला न्यायालय के मीडिएशन सेंटर में चल रहा था। हरप्रीत की पत्नी फिलहाल विदेश में हैं और उनकी जगह उनके पिता मलविंदर सिंह सिद्धू सुनवाई के लिए सेंटर पहुंचे। शनिवार को उनके केस की तीसरी सुनवाई थी।
हरप्रीत जैसे ही मीडिएशन सेंटर पहुंचे तो सिद्धू ने बाथरूम जाने का बहाना बनाकर हरप्रीत को अपने साथ चलने को कहा। जैसे ही दोनों मध्यस्थता केंद्र के कमरे से बाहर निकले, सिद्धू ने हरप्रीत पर चार गोलियां चला दीं।
एक गोली हरप्रीत के पैर में लगी, जबकि एक उसके पेट में लगी। ताबड़तोड़ फायरिंग से कोर्ट स्टाफ इधर-उधर भागने लगा। कुछ कर्मचारियों ने सिद्धू को पकड़ लिया और एक कमरे में बंद कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। हरप्रीत को जब अस्पताल ले जाया गया तो रास्ते में उसकी मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी मलविंदर सिंह सिद्धू को गिरफ्तार कर लिया है।
AIG पर लग चुका है धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी का आरोप
पंजाब पुलिस के पूर्व AIG मलविंदर सिंह सिद्धू का विवादों से पुराना नाता रहा है। अक्टूबर 2023 में पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने मलविंदर सिंह सिद्धू और उसके दो साथियों के खिलाफ जबरन वसूली, धोखाधड़ी और रिश्वत लेने के आरोप में केस दर्ज किया था। मलविंदर सिंह सिद्धू को मोहाली पुलिस ने 25 अक्टूबर 2023 को गिरफ्तार किया था।
मलविंदर जांच में शामिल होने के लिए मोहाली स्थित विजिलेंस ऑफिस पहुंचा था। पूछताछ के दौरान उसकी विजिलेंस अफसरों से कहासुनी हो गई और उसने डीएसपी पर हमला कर दिया। विजिलेंस डीएसपी वरिंदर सिंह ने उनके खिलाफ मोहाली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।