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भोपाल यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री में भड़की आग, लोगों 1984 वाले हादसे का डर!

bhopal gas kand karkhana

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यूनियन कार्बाइड कारखाना परिसर के सामने स्थित जेपी नगर में रहने वाले प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वह कारखाने के सामने से गुजर रहे थे। तभी फैक्ट्री परिसर में धुंआ उठता दिखाई दिया। इस पर यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री की बाउंड्रीवॉल के नजदीक जाकर देखा तो अंदर एक टैंक से आग की लपटें उठती हुई दिखाई दी।

भोपाल में सोमवार 6 मई को गैस कांड वाले यूनियन कार्बाइड कारखाने में आग लग गई। दोपहर लगभग 3.35 बजे कारखाने में प्लास्टिक के एक टैंक में आग लगी। राहगीर की सूचना पर मौके पर पहुंची नगर निगम की फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

यूनियन कार्बाइड कारखाना परिसर के सामने स्थित जेपी नगर में रहने वाले प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वह कारखाने के सामने से गुजर रहे थे। तभी फैक्ट्री परिसर में धुंआ उठता दिखाई दिया। इस पर यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री की बाउंड्रीवॉल के नजदीक जाकर देखा तो अंदर एक टैंक से आग की लपटें उठती हुई दिखाई दी।

वहां मौजूद लोगों ने तत्काल नगर निगम के फायर कंट्रोल रूम को घटना की जानकारी दी। लगभग 10 मिनट बाद पहुंची दमकल टीम ने कारखाना परिसर में लगी आग को 20 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद काबू कर लिया। आग पर काबू पाने के बाद के बाद जब दमकल अमले ने आग के कारणों की जानकारी का पता लगाया, तो आग प्लास्टिक की टंकी में लगने का खुलासा हुआ।

बता दें कि ये वही कारखाना है जिसने साल हजारों लोगों की जान ले ली थी. और लाखों को अपाहिज बना दिया। 2 और 3 दिसंबर 1984 की दरमियानी रात हुए इस हादसे ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था. इस घटना की चर्चा आज भी होती है. लोगों के शवों को मौत के बाद ठूस- ठूसकर शवदाहों में ले जाया गया। लाचार प्रशासन और प्रदेश सरकार की इस नाकामी का खामियाजा जनता ने बड़े दर्द के साथ झेला। उस दिन यह पता चल गया कि सरकार सिर्फ रसूख के लिए बनी है. पीड़ितों के मुताबिक सरकार ने जिस तरह मौतों का आंकड़ा छिपाया उससे यही पता चला कि सरकार सिर्फ अपनी नाकामी को छिपाती रही.

इस हादसे के जख्म अभी भी नहीं भरे हैं. आज भी जीवित लोग जब फैक्ट्री की तरफ देखते हैं तो उनके अंदर वही चीख-पुकार गूंजने लगती है. सोमवार को लगी इस आग के बारे में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उनके मन में एक बार फिर वही डर पैदा हो गया था कि कहीं फिर वही 1984 वाला हादसा तो नहीं होने जा रहा है. लेकिन लोगों ने समय पर पहुंची दमकल की टीम को देखते ही राहत की सांस ली. उनके मन में विश्वास हुआ कि ऐसा कुछ नहीं है. दमकल की टीम के समय पर पहुंचने और हादसे को टालने में कामयाब होने पर जेपी नगर के रहवासियों ने टीम का धन्यवाद किया।

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