रीवा। जमीनों की हेराफेरी करने में माहिर राजस्व विभाग के कर्मचारी एक बार फिर कटघरें में आ गए है। ऐसा ही एक मामला रीवा के हुजूर एसडीएम कार्यालय से सामने आ रहा है। जंहा तत्कालीन एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर से कूटरचित दस्तावेज तैयार करके हुजूर तहसील से जमीन की हेराफेरी कर दी गई। यह मामला तब प्रकाश में आया जब तत्कालीन एसडीएम अनुराग तिवारी ने फर्जीवाड़ा करने वाले तत्कालीन रीडर बृजमोहन पटेल समेत तीन लोगो के खिलाफ रीवा के सिविल लाइन थाना में शिकायत किए और पुलिस एफआईआर करके जांच कर रही है।
2022 का है मामला
जानकारी के तहत जमीन के हेराफेरी एवं फर्जीहास्ताक्षर करके कू्रटरचित दस्तावेज तैयार किए जाने का यह मामला साल 2022 का है। अधिकारियों ने बताया कि हुजूर कार्यायल का तत्कालीन रीडर बृजमोहन पटेल ने तत्कालीन एसडीएम अनुराग तिवारी का हुबहू हस्ताक्षर करके कूटरचित दस्तावेज तैयार किए थे। उनकी मदद रीडर बृजमोहन अवस्थी समेत अन्य ने किया था। जिसके चलते तीन लोगो के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि इस फर्जीवाड़े में जो भी शामिल होगा, उसके खिलाफ आगे भी पुलिस एक्शन लेगी।
ऐसे मामला सामने आया
हुजूर कार्यालय में पदस्थ राजस्व अधिकारी ने कहा कि राजस्व विभाग सरकारी जमीनों को सुरक्षा देने का काम करता है, लेकिन हुजूर तहसील से जमीन में हेराफेरी करने के लिए फर्जी हस्ताक्षर करके दस्तावेज तैयार किए गए थें। फाइल जब संदिग्ध लगी तो पूर्व एसडीएम अनुराग तिवारी से इसका वेरीफिकेसन कराया गया। जंहा पूरा मामला सामने आया है। उनका कहना था कि अधिकारियों के हस्ताक्षर को कई बार कर्मचारी कैच कर लेते है और उसका गलत इस्तेमाल करते है। ऐसा ही यह भी मामला है। बहरहाल पुलिस अब जांच में जुट गई है और पुलिस जांच से जमीन फर्जीवाड़े मामले सामने आएगें।
रीवा के हुजूर एसडीएम कार्यायल में फर्जीवाड़ा, रीडर समेत 3 पर एफआईआर
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