Site icon SHABD SANCHI

जानें किस गंध से घरों की तरफ़ खिंचे चले आ रहे हैं साँप

saanp (1)

saanp (1)

यूँ तो साँप हम इंसानों की ज़िन्दगी में दख़ल नहीं देना चाहते हमेशा छुप के अँधेरी जगहों में रहते हैं ताकि वो हमें नज़र भी न आएँ फिर ऐसा क्या हो जाता है कि उन्हें हमारे सामने आना ही पड़ता है आइये आज इसी सवाल का जवाब ढूढ़ने की कोशिश करते हैं।

दरअसल हमारे घर-आंगन में ही ऐसा कुछ हैं जो साँपों को बार-बार हमारे आस-पास खींच लाता है , जिसके आगे वो मजबूर हो जाते हैं या कहले चुम्बक की तरह खींचे चले आते है , तो ऐसा क्या है हमारे आस -पास ये समझने के लिए आइये पहले थोड़ा जानते हैं साँपों को ही जो किसी भी गंध को बहोत जल्दी महसूस कर लेते हैं। उसे सूँघते हुए ही वो अपने शिकार तक पहुँच जाते हैं और सुरक्षित जगह तक भी।

धर्म में साँपों का स्थान :-

धार्मिक मान्यताओं पर ग़ौर करें तो आप पाएंगे कि नाग देवता बहोत शक्तिशाली हैं उन्हें भगवान शिव अपने गले में धारण करते हैं तो वहीं भगवान विष्णु की वो शैय्या हैं ,और ये नाग नहीं शेषनाग कहे जाते हैं इनके एक नहीं दो नहीं बल्कि सात सिर हैं। पौराणिक कथाओं में नागों को लेकर तो जाने क्या-क्या कहा गया है ,जैसे – ये बदला लेते हैं , इनका डसा हुआ पानी भी नहीं माँगता है, ये रक्षा भी करते हैं, नाग -नागिन के जोड़े की ,मणि की और दो सिर वाले नाग देवता की कहानियाँ भी हैं जो एक तरफ़ रोमाँच पैदा करती है तो दूसरी तरफ़ डर से हमारे रोमटे भी खड़े कर देती हैं। मुस्लिम धर्म में भी साँपों को लेकर ये माना जाता है कि उन्हें जन्नत से ज़मीन में सज़ा के तौर पर भेजा गया है , और कहा गया कि अब वो हमेशा पेट के बल मिट्टी में रेंगेंगे हालंकि वो जन्नत में बहोत सुन्दर हुआ करते थे लेकिन उनकी खूबसूरती छीन कर उनके दातों में ज़हर भरने की ये सज़ा उन्हें इसलिए दी गई क्योंकि उसने जन्नत में दाखिल होने में शैतान की मदद की थी, जिसकी वजह से हज़रत आदम अलैहिस्सलाम और बीबी हव्वा ने अल्लाह के हुक्म के खिलाफ जाकर वो फल खा लिया जिसे खाने के बाद उनमें इंसानी जज़्बात जाग उठे, उन्होंने खुद को कुछ अलग महसूस किया। इसके बाद, हज़रत आदम अलैहिस्सलाम और बीबी हव्वा को भी जन्नत से हटा कर ज़मीन में एक मुक़र्रर वक़्त तक के लिए भेज दिया गया था।

डर की वजह क्या है :-

इतनी बातें साँपों के लिए कही गयी हैं तो हम फिल्मों को कैसे भूल सकते हैं जिनमें अभिनेत्री श्रीदेवी ने चार चाँद लगाया और “मै तेरी दुश्मन दुश्मन तू मेरा….” गाकर खूब डराया भी शायद इन्हीं के चलते साँप के दिखते ही हम दहशत में आ जाते हैं लेकिन ये सोचने वाली बात है कि अकसर हमसे दूर या फिर हरियाली वाली जगहों में रहने वाले साँप हमारे घरों में क्यों आ जाते हैं क्या वाक़ई ये हमसे बदला लेने या डसने आते हैं ? और आपको पता है, साँपों के पास ज़हर के अलावा एक और हथियार होता है वो है उनके सूँघने की क्षमता जो उन्हें बिल से निकालकर उनके शिकार तक पहुँचा देती है और उनके शिकार होते हैं ,अंडे, चिड़िया ,चूहों से लेकर उनके बराबर तक के जीव जिन तक वो पहुंचते हैं उनकी बीट ,दूसरे सांपों द्वारा छोड़े गए फेरोमोन , खुले में पड़े सड़े गले खाद्य पदार्थ ,पत्तों के या खाद के ढेर की गंध और फलों की खुशबू के ज़रिये भी जिनसे छोटे जीव आकर्षित होते हैं साँपों को आकर्षित करती है।

तो क्या उपाय करें कि साँप हमारे घर न आएँ :-

अगर साँपों को घर आने से रोकना है तो कुछ उपाय करने पड़ेंगे जैसे चूहों ,मेंढक या और कीड़े मकोड़ों को अपने घर में न आने दें अगर आप नॉनवेजिटेरियन हैं तो अंडे या मांस को अच्छे से ढांक के रखें खासकर खुली जगहों में साफ़ करते या पकाते वक़्त सावधानी बरतें ताकि उसकी महक न फैले क्योंकि साँप काफ़ी दूर से इसकी गंध को पहचान लेते हैं। घर में साफ़ सफाई रखें कहीं भी कूड़ा करकट या पत्तियाँ न जमा होने दें फल अगर ज़मीन में गिरते हैं तो वो भी चूहे जैसे छोटे जीवों को न्योता देते हैं इसलिए उन्हें उठाते रहें ,पेड़ों में पक्षी अपना घोसला बनाते हैं और अंडे रखते हैं और उन्हें खाने के लिए साँप हमारे घर में लगे पेड़ों में आ जाते हैं इसलिए सावधानी बरतें पेड़ों की डालियाँ घर की दीवारों से दूर रखें घर की खिड़की दरवाज़ों में मच्छर वाली जालियाँ लगवाए ताकि अगर आपके घर आँगन में हरियाली और पक्षियों की बीट हो और उससे आकर्षित होकर साँप आ भी जाएं तो घर के अंदर न घुस सकें।

अगर घर में पालतू जानवर हैं तो उनका चारा भूसा या खाना भिखरा न रहने दें, सड़ने न दें, कूड़ेदान को भी ढँक के रखे , हर ऐसी चीज़ को न होने दें जिससे कोई गंध फैले और छोटे जीवों को आकर्षित करे क्योंकि फिर इनकी बीट की गंध साँपों को खींच लाती है।

आज कल लोग बर्ड फीडर और बर्ड बाथ भी घरों में रखते हैं जो पक्षिओं को आकर्षित करते हैं और उनकी गंध साँपों को इसके अलावा फिश टैंक की छोटी मछलियां वगैरह भी साँपों का भोजन हो सकती हैं इसलिए ऐसी जगहों में रौशनी रखें । अगर आपने पौंड बना रखा है तो उसमें पम्प लगवा कर पानी को गतिमान रखें मेंढक ,टोड वगैरह न पनपें। फव्वारे का इस्तेमाल करने से भी आप छोटे कीड़े मकोड़ों से बच सकते हैं।

अगर एक सांप आ गया है तो उसे जल्दी घर से भगाए नहीं तो उसकी गंध यानी फेरोमोन से दूसरा साँप भी आपके घर जल्दी आ सकता है क्योंकि ये अपने साथी ऐसे ही ढूंढते हैं, फेरोमोन एक ऐसी रासायनिक गंध है जो इशारे की तरह साँपों को एक दूसरे की मौजूदगी का एहसास कराती है विशेष रूप से जब इनके प्रजनन का मौसम होता है।

साँपों से क्यों रहना है दूर :-

साँप से दूर रहना ही चाहिए क्योंकि आज भी 54 लाख लोगों को विश्व में हर साल साँप डस लेता है ,27 लाख लोगों के शरीर में ज़हर फैल जाता है और 137880 लोगों की मौत साँप के काटने से हो जाती है। भारत की बात करें तो यहाँ हर रोज़ 250000 मामले मिलते हैं सांप काटने के और 60000 मौते होती हैं हर साल साँप के काटने से।

 

Exit mobile version