इस साल जनवरी में आशा चीता ने तीन शावकों और ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था. अब गामिनी ने पांच को जन्म दिया है.
Kuno National Park: कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता गामिनी ने चार शावकों को जन्म दिया है. केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने ‘X’ पर इनके फोटो-वीडियो शेयर कर जानकारी साझा की. 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों में से गामिनी पहली मादा है, जिसने भारत की धरती पर शावकों को जन्म दिया है. इससे पहले नामीबिया से लाई गई ज्वाला ने दो बार और आशा ने एक बार शावकों को जन्म दिया है. कुल मिलाकर अब कूनो में 13 चीता शावक व 13 वयस्क चीता हो गए हैं.
चीता पुनर्स्थापना प्रोजेक्ट के तहत 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से 8 चीतों को लाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था. इनमें से ज्वाला चीता ने मार्च 2023 में चार शावकों को जन्म देकर बड़ी खुशखबरी दी थी, हालांकि भीषण गर्मी और कमजोरी के चलते इनमें से तीन शावकों की मौत हो गई थी. एक शावक पूरी तरह स्वस्थ्य है व एक साल का होने वाला है.
इस साल जनवरी में आशा चीता ने तीन और ज्वाला चीता ने चार शावकों को जन्म दिया था, जिसके बाद अब गामिनी ने पांच शावकों को जन्म दिया है. केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने ‘X’ पर इसकी जानकारी साझा करते हुए इसे प्रोजेक्ट चीता की बड़ी सफलता बताया। उन्होंने लिखा कि दक्षिण अफ्रीका के तवालु कालाहारी रिजर्व से लाई गई 5 साल की मादा चीता गामिनी ने 5 शावकों को जन्म दिया है. इससे भारत में जन्मे शावकों की संख्या 13 हो गई है.
यह भारतीय धरती पर तीसरी मादा चीता है, जिसने यहां वंशवृद्धि की है. इसके लिए सभी को बधाई, विशेषकर वन अधिकारियों, पशु चिकित्सकों और फील्ड स्टॉफ की टीम को, जिन्होंने चीतों के लिए तनाव मुक्त वातावरण सुनिश्चित किया है, जिससे सफल संभोग और शावकों का जन्म हुआ. सिंह परियोजना संचालक और एपीसीसीएफ उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि मादा चीता गामिनी और शावक अभी बड़े बाड़े में हैं. टीम को निगरानी के दौरान इसकी जानकारी मिली।