Father’s Day Special on June 16: आज हम लोग जो कुछ भी हैं और जो भी अपने बच्चों, परिवार और समाज के लिए कर पा रहे है उसमें कहीं ना कहीं हमारे पिता का अहम रोल है। कई बार पिता हमारे आदर्श होते हैं तो कई बार मार्गदर्शक। पिता, बच्चों का सुरक्षा कवच होते हैं इसलिये उनको कठोर होना ही पड़ता है। पिता की डांट, सलाह, रोकटोक और नाराजगी, आज के दौर के बच्चों को सख्ती लगती है लेकिन यही सीख बच्चों को ना सिर्फ मजबूत बना देती है बल्कि उन्हें जिंदगी में आने वाली कठिनाइयों से लड़ना भी सिखाती है।
आने वाली चुनौतियों का होता है अहसास
जिंदगी की जिस सड़क पर बच्चे चल रहे होते हैं उस सड़क पर चलने का अनुभव और आने वाली चुनौतियों का अहसास एक पिता को बखूबी होता है। इसलिये पिता की सीख और मार्गदर्शन बच्चों के लिए बहुत निर्णायक होता है। बच्चों का अपने पिता से एक भावनात्मक लगाव होता है इसलिये जब तक पिता का हाथ सिर पर रहता है तब तक बच्चे बेफिक्री महसूस करते है। वो पापा ही होते हैं जो बचपन में साइकिल का कैरियर पकड़कर पीछे-पीछे दौड़ लगाते हैं और सिखाकर ही दम लेते हैं।
कुछ करो या ना करो, इतना जरूर करो …
आजकल की दौड़ती-भागती जिंदगी में समय की बहुत कमी है। बच्चे भी हर समय व्यस्त रहते हैं और माता-पिता के पास भी बहुत व्यस्तता रहती है। लेकिन जिंदगी में और कुछ करो या ना करो लेकिन एक मजबूत, संस्कारवान और प्यारभरा परिवार जरूर बनाना चाहिए। जिस परिवार के हर सदस्य में एक-दूसरे पर अटूट विश्वास और समर्पण की भावना हो और इसके लिए एक पिता की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि पिता बच्चों को हर बुराइयों से न केवल बचाते हैं बल्कि उनको एक सुनहरा भविष्य और खुला आसमान देते हैं, जिसमें वे पंख फैलाकर उड़ान भर सकते हैं।