सतना। खेत में खड़ी फसल को खाद डालने के लिए अब किसानों को कड़ी परीक्षा देने पड़ रही है और वे एक बोरी खाद के लिए न सिर्फ रतजगा करके लाइन में बैठ रहे है बल्कि एमपी के सतना जिले में खाद न मिल पाने से नाराज किसान सड़क पर उतर आए। सोमवार को किसान कृषि अभियांत्रिकी विभाग कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए अरोप लगाए है कि सतना में यूरिया खाद नही मिल रही है। किसानों को बिना खाद दिए ही लौटाया जा रहा है।
मंत्री का रोक दिया काफिला
सतना के नागौद मार्ग पर जाम लगाए हुए किसानों ने वहां से गुजर रही प्रदेश की राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के काफिले को रोक लिया। उन्होंने मंत्री को अपनी समस्या बताई। किसानों के आंदोलन के बीच फंसी मंत्री प्रतिमा बागरी ने एसडीएम के आने का आश्वासन दिया। तो वही मंत्री का काफिला स्थित को देखते हुए यू-टर्न लेकर लौट गया। हांलाकि मौके पर एसडीएम पहुचे और किसानों को खाद वितरण की बात कही। जिसके बाद जाम हटाया जा सका।
खराब हो रही फसलें
किसानों का कहना है कि यूरिया की कमी से फसलें प्रभावित हो रही हैं। पहले दुकानों में स्टॉक नहीं मिला और अब टोकन भी नहीं मिल रहे हैं। उनका कहना है कि इस समय फसलों को यूरिया की सख्त जरूरत है। अगर समय पर यूरिया का छिड़काव नही किया गया तो किसानों की मेहनत बेकार हो जाएगी और उन्हे फसल का लाभ मिलना तो दूर दाने-दाने के लिए वे मोहताज हो जाएगे। उनकी मांग है कि शासन-प्रशासन किसानों को समय पर खाद उपलब्ध कराए। ज्ञात हो कि खाद की यह समस्या अकेले सतना जिले भर में नही बल्कि रीवा समेत विंध्य क्षेत्र के किसान खाद के लिए परेशान हो रहे है। वे खाद के लिए मंड़ी में रतजगा करके लाइन लगा रहे है। जिससे सुबह केन्द्र खुलने पर उन्हे खाद मिल सकें।