MP News: 23 मई को एक परिवार पर हुए जानलेवा हमले में 85 वर्षीय बुजुर्ग दादू दयाल कोल की मौत हो गई। इस घटना के विरोध में परिजनों ने बुधवार को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक रीवा-अमरकंटक रोड पर शव रखकर प्रदर्शन किया। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने घटना के 5 दिन बाद एफआईआर दर्ज की और 11 दिनों तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।
Anuppur Murder Case: अनूपपुर जिले के राजेंद्रग्राम थाना क्षेत्र के उमनिया गांव में 23 मई को एक परिवार पर हुए जानलेवा हमले में 85 वर्षीय बुजुर्ग दादू दयाल कोल की मौत हो गई। इस घटना के विरोध में परिजनों ने बुधवार को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक रीवा-अमरकंटक रोड पर शव रखकर प्रदर्शन किया। परिजनों की मांग है कि आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए।
पुलिस ने बताई घटना की वजह
राजेंद्रग्राम थाना प्रभारी एसपी शुक्ला के अनुसार, मार्च में होली के दिन दो पक्षों के लड़कों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। 23 मई को दोनों पक्षों के बीच फिर कहासुनी हुई, जिसके बाद झगड़ा बढ़ गया।
कुल्हाड़ी और तलवार से हमला
23 मई की रात करीब 8 बजे जयप्रकाश, रमेश प्रसाद और सूर्यसेन ने दादू दयाल के घर पर हमला किया। जयप्रकाश ने कुल्हाड़ी से दादू दयाल के सिर पर वार किया। सूर्यसेन ने दाउली से उनके बेटे संतोष को घायल किया। बचाव में आए पड़ोसी विनोद की उंगलियां रमेश प्रसाद ने तलवार से काट दीं। महिला आरोपियों बैया बाई, रोशनी बाई, ठेंगरी और साधना ने दादू दयाल की बेटी झमिया और अन्य परिजनों को पीटा।
परिजनों का आरोप: पुलिस ने रिश्वत लेकर आरोपियों को बचाया
परिजनों का कहना है कि पुलिस ने घटना के 5 दिन बाद एफआईआर दर्ज की और 11 दिनों तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। दादू दयाल की 10वें दिन रायपुर एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक के बेटे ने बताया कि पुलिस ने शुरुआत में एफआईआर दर्ज करने के बजाय उन्हें थाने से भगा दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने आरोपियों से पैसे लेकर उन्हें बचाने की कोशिश की। प्रदर्शन के दौरान पुलिस प्रशासन के खिलाफ रिश्वतखोरी के नारे लगाए गए।
थाना प्रभारी का बयान
थाना प्रभारी एसपी शुक्ला ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 296, 115(2), 118(1), 351(3), 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है। दादू दयाल रायपुर एम्स में भर्ती थे, जहां उनकी मृत्यु हुई। एम्स से दस्तावेज प्राप्त होने के बाद हत्या की धारा जोड़कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।