Sidhi News: मामला जमोड़ी थाना क्षेत्र का है जहां शांति साकेत नामक महिला के साथ आरोपी महिला ने ठगी की. पीड़िता ने बताया कि 8 जुलाई को गाँधी चौक पर उसकी मुलाकात एक महिला से हुई. उसने अपना नाम रेखा उर्फ़ अनारकली साकेत बताया। महिला ने पीड़िता को बताया कि वह जमोड़ी थाने में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है.
Fake female sub inspector caught in Sidhi: वर्दी का जूनून तो कई लोगों में होता है, जिसे पाने के लिए दिन-रात मेहनत कर युवा इसे पहनते हैं. लेकिन देशभर में कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं जहां वर्दी पहनकर खुद को अधिकारी बताते हुए कई अपराधी लोगों को ठगी शिकार बना लेते हैं. ऐसे ही एक मामला मध्यप्रदेश के सीधी जिले से सामने आया है, जहां एक महिला ने खुद को सब इंस्पेक्टर बताते हुए दूसरी महिला को थाने में नौकरी दिलाने के नाम पर उससे 70 हजार रुपए ठग लिए. जब पीड़िता को नौकरी नहीं मिली तो उसने थाने में शिकयत दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने शुक्रवार को फर्जी लेडी सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया कर लिया।
मामला जमोड़ी थाना क्षेत्र का है जहां शांति साकेत नामक महिला के साथ आरोपी महिला ने ठगी की. पीड़िता ने बताया कि 8 जुलाई को गाँधी चौक पर उसकी मुलाकात एक महिला से हुई. उसने अपना नाम रेखा उर्फ़ अनारकली साकेत बताया। महिला ने पीड़िता को बताया कि वह जमोड़ी थाने में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है. फर्जी महिला इंस्पेक्टर ने उससे पूछा कि क्या मैं झाड़ू-पोंछा का काम कर लेती हूं? मेरे हां कहने पर उसने मुझे सरकारी नौकरी दिलाने की बात कही.
पीड़िता शांति ने बताया कि मैं फर्जी महिला अफसर के झांसे में आ गई. उसके साथ शहर स्थित उसके किराए के मकान में चली गई. उसने बताया कि थाने में महिला सफाई कर्मी रिटायर होने वाली है. उसकी जगह तुमको नौकरी में रखवा दूंगी। इसके लिए 70 हजार रुपए देने होंगे। मैंने सरकारी नौकरी की लालच में उसे पैसे दे दिए.
जब्त हुई आरोपी की वर्दी
मामले को लेकर कोतवाली थाना प्रभारी अभिषेक उपाध्याय ने बताया कि पुलिस ने आरोपी महिला के घर में दबिश दी गई. जहां से फर्जी लेडी इंस्पेक्टर रेखा साकेत उर्फ़ अनारकली को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसके पास से थानेदार की वर्दी और अन्य सामग्री भी मिली है. थाना प्रभारी ने बताया कि फर्जी महिला अधिकारी की उम्र 25 साल है. आरोपी महिला सिंगरौली की रहने वाली है. वह विवाहित है. उसका पति मजदूरी करता है. आरोपी महिला 6 महीने पहले अपने बच्चे की पढ़ाई के लिए सीधी आई थी.