MP News: एमपी में बनेगा इंजीनियरिंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, इंजीनियरों को मिलेगी उन्नत ट्रेनिंग

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MP News in Hindi: मध्य प्रदेश में इंजीनियरों को दक्ष बनाने के लिए इंजीनियरिंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना की जाएगी। यह घोषणा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंजीनियर्स डे के अवसर पर सोमवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में की। उन्होंने कहा कि अभियंता का अर्थ है ‘आरंभ और शुभारंभ कर्ता’, जो वैज्ञानिक शोधों को जनता की सुविधा तक पहुंचाने की महत्वपूर्ण कड़ी हैं।

सीएम ने कहा कि मध्य प्रदेश के इंजीनियरों को अब ट्रेनिंग के लिए अन्य राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा। प्रस्तावित इंस्टीट्यूट ऐसा होगा कि देश के अन्य राज्यों से भी इंजीनियर यहां प्रशिक्षण लेने आएंगे। उन्होंने कोरोना काल में भारतीय संस्कृति के ‘नमस्ते’ के महत्व को रेखांकित किया और संसद भवन की नई व पुरानी डिजाइनों का उदाहरण देते हुए भारतीय वास्तुकला की श्रेष्ठता को सराहा।

मप्र के कार्यों की हो रही सराहना

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की कई राज्य सरकारें मध्य प्रदेश के कार्यों को अपना रही हैं। उन्होंने समय पर निर्माण कार्य पूर्ण करने वालों को सम्मानित करने की वकालत की और कहा कि अब ताजमहल जैसे कार्यों के लिए ठेकेदारों की कतार लगती है। उन्होंने पौराणिक पुष्पक विमान का जिक्र करते हुए इंजीनियरों की बुद्धिमत्ता की तुलना हनुमान से की और चिनाव जैसे पुलों के निर्माण को उनकी क्षमता का उदाहरण बताया।

इन इंजीनियरों और ठेकेदारों को मिला सम्मान

कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य के लिए विश्वेश्वरैया पुरस्कार से सुनील कौरव (CE PWD, बुधनी), प्रीति यादव, प्रमेश कोरी (सहायक यंत्री, जबलपुर), संजीव कालरा (AE, बिल्डिंग, रीवा), भुवना जोशी (SDO, सेतु संभाग, शिवपुरी), राजीव श्रीवास्तव (GM, MPRDC, ग्वालियर), दीपक शर्मा (सहायक महाप्रबंधक, उज्जैन) और विक्रम सोनी (उप महाप्रबंधक, बिल्डिंग) को सम्मानित किया गया। विश्वकर्मा पुरस्कार NCC लिमिटेड (हैदराबाद), नाविक कंस्ट्रक्शन (भोपाल), आरके जैन इन्फ्रास्ट्रक्चर (ग्वालियर) और हरगोविंद गुप्ता (नौगांव, छतरपुर) को प्रदान किया गया। रानी दुर्गावती पर्यावरण पुरस्कार दीपक पांडे (प्रबंधक, पर्यावरण, भोपाल) को मिला।

ईको-फ्रेंडली इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर

लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि विभाग ईको-फ्रेंडली इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान दे रहा है। कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए ठेकेदारों पर सख्ती की जा रही है और औचक निरीक्षण किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दंड सुधार के लिए होता है, लेकिन अच्छे कार्यों के लिए पुरस्कार भी जरूरी हैं। उन्होंने इंजीनियरों को नई तकनीकों से प्रशिक्षित करने और मध्य प्रदेश को ट्रेनिंग का हब बनाने की बात कही।

लोक निर्माण प्रबंधन प्रणाली और मोबाइल ऐप लॉन्च

मंत्री ने इंजीनियरिंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना की घोषणा दोहराई और बताया कि लोक निर्माण प्रबंधन प्रणाली को मुख्यमंत्री ने लॉन्च किया। यह प्रणाली परियोजनाओं की प्लानिंग से लेकर भुगतान तक को डिजिटल बनाएगी, जिससे कागजी कार्रवाई कम होगी। साथ ही, लोक ट्रेनिंग मोबाइल ऐप शुरू किया गया, जिसके जरिए इंजीनियर कुछ ही मिनटों में GIS मैपिंग कर सकेंगे। यह ऐप सटीक डेटा उपलब्ध कराएगा।

पीएम गति शक्ति पोर्टल और न्यूजलेटर

विभाग मासिक न्यूजलेटर प्रकाशित करेगा, जिसमें नए कार्यों, नवाचारों और समय पर पूरे होने वाले प्रोजेक्ट्स की जानकारी होगी। पीएम गति शक्ति पोर्टल पर विभाग की सभी संपत्तियों का डेटा उपलब्ध होगा, जिससे पुलों की डिजाइन और प्रोजेक्ट्स की निगरानी आसान होगी। भास्कराचार्य इंस्टीट्यूट के सहयोग से गति शक्ति और अन्य ऐप निःशुल्क विकसित किए गए हैं, जो लंबी अवधि के प्रोजेक्ट्स की निगरानी और बजट प्लानिंग को वैज्ञानिक बनाएंगे।

इंजीनियर गांवों को जोड़ते हैं

लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव सुखवीर सिंह ने कहा कि इंजीनियर केवल निर्माण नहीं करते, बल्कि सड़कें और पुल बनाकर गांवों और लोगों की भावनाओं को जोड़ते हैं। उन्होंने पिछले 10-12 वर्षों में भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर में हुई प्रगति का जिक्र किया। प्रशांत पाल ने कंबोडिया के हिंदू मंदिर का उदाहरण देते हुए इंजीनियरों की भूमिका को रेखांकित किया और कहा कि मध्य प्रदेश को नया रूप देने में सभी को योगदान देना होगा।

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