माउस जिगलर ( Mouse Jiggler ) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके घर से काम कर रहे कुछ कर्मचारी कंपनी को बेवकूफ बना रहे थे
कोरोना काल के समय लोगों को कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम की सुविधा प्रदान की थी। जिससे कर्मचारियों को कोरोना के संपर्क में आने से बचाया जा सके। साथ ही कंपनी के काम पर भी कोई असर न पड़े। हालाकिं कोरोना काल खत्म होने के बाद भी कुछ कंपनियों ने इस सुविधा को बंद कर दिया। तो कुछ कंपनियों ने इसे जारी रखा। मगर कुछ कर्मचारी इसका गलत फायदा उठा रहे हैं।
कर्मचारियों को तुरंत नौकरी से निकाल दिया
जी हां, हाल ही में ऐसा देखने को मिला है। एक कंपनी के कुछ कर्मचारियों ने माउस जिगलर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल इसका गलत इस्तेमाल किया। बाद में जब कंपनी को इस बात का पता चला तो उनपर कार्रवाई की गई। कंपनी को चूना लगाने वाले कर्मचारियों को तुरंत नौकरी से निकाल दिया गया। माउस जिगलर टेक्नोलॉजी का गलत इस्तेमाल करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की गई।
इसका गलत फायदा भी उठाते रहे
लोगों को वर्क फ्रॉम होम में आराम तो है, मगर कई लोग इसका गलत फायदा भी उठाते रहे हैं। माउस जिगलर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके घर से काम कर रहे कुछ कर्मचारी कंपनी को बेवकूफ बना रहे थे। जिसके बाद कई लोगों की नौकरी गई है। आइए समझते हैं कि माउस जिगलर आखिर है क्या?
माउस जिगलर आखिर है क्या?
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार वेल्स फार्गो नाम की एक कंपनी कड़ी कार्रवाई की है। कंपनी ने करीब दर्जनों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। कारण यह है कि ये सभी कर्मचारी माउस जिगलर सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रहे थे। इस विधा को माउस जिगलर को माउस मूवमेंट भी कहा जाता है। ऐसा सॉफ्टवेयर जो कि कंप्यूटर को स्लीप मोड में जाने से रोकता है। जिससे स्क्रीन पर एक्टिविटी बनी रहती है। घर बैठे काम कर रहे कर्मचारी इस टूल का इस्तेमाल कर रहे थे। वे सभी खुद कुर्सी से गायब रहते थे या फिर सो जाते थे।
सॉफ्टवेयर एक फर्जी कीबोर्ट एक्टिविटी
कंप्यूटर पर इस सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार की है। इसका इस्तेमाल शुरू होते ही कंपनी का स्क्रीन टाइम रीडर सॉफ्टवेयर बताता था कि कर्मचारी एक्टिव हैं। जबकि माउस जिगलर सॉफ्टवेयर एक फर्जी कीबोर्ट एक्टिविटी है। जो की कई कंपनियां स्क्रीन टाइम रीडर के लिए इसका इस्तेमाल करती हैं। जिससे पता चले कि कंप्यूटर पर काम हो रहा है।