Elvish Yadav Money Laundering Case : एल्विश यादव और फाजिलपुरिया के खिलाफ ED का एक्शन, करोड़ों की संपत्ति जब्त।

Elvish Yadav Money Laundering Case : प्रवर्तन निदेशालय ने यूट्यूबर एल्विश यादव और कुछ अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए संपत्ति जब्त की है। आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार मीडिया को यह जानकारी देते हुए बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत एक अनंतिम आदेश जारी किया गया है। पार्टियों और वित्तीय लेनदेन में मनोरंजन के लिए सांप के जहर के संदिग्ध इस्तेमाल से जुड़े एक मामले में ईडी ने एल्विश यादव से पूछताछ की है।

एलविश यादव के खिलाफ पहला मामला मई में दर्ज किया गया था। Elvish Yadav Money Laundering Case

उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) जिला पुलिस द्वारा उसके और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ दर्ज एक प्राथमिकी और आरोप पत्र का संज्ञान लेने के बाद मई में मामला दर्ज किया था और पीएमएलए के तहत आरोप लगाए थे। हरियाणा के एक गायक राहुल यादव उर्फ राहुल फाजिलपुरिया, जिनके कथित तौर पर एल्विश यादव से संबंध हैं, से भी ईडी ने उक्त मामले में पूछताछ की थी एल्विश यादव को 17 मार्च को नोएडा पुलिस ने पार्टियों में मनोरंजन के लिए सांप के जहर के संदिग्ध इस्तेमाल की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया था, जो कथित तौर पर उनके द्वारा आयोजित की गई थीं।

एल्विश यादव को पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है। Elvish Yadav Money Laundering Case

एल्विश यादव को 17 मार्च को नोएडा पुलिस ने पार्टियों में मनोरंजन के लिए सांप के जहर के संदिग्ध इस्तेमाल की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया था, जो कथित तौर पर उनके द्वारा आयोजित पार्टियों में इस्तेमाल की गई थीं। विवादित यूट्यूबर और रियलिटी शो बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता एल्विश यादव पर नोएडा पुलिस ने नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस अधिनियम, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।

यह एफआईआर पीपुल फॉर एनिमल्स की शिकायत पर दर्ज की गई थी।

पीपुल फॉर एनिमल्स (पीएफए) नामक एनजीओ के प्रतिनिधि की शिकायत पर पिछले साल 3 नवंबर को नोएडा के सेक्टर 49 पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में यादव समेत छह लोगों के नाम शामिल थे। यह एफआईआर पशु अधिकारों के लिए काम करने वाले एनजीओ के प्रतिनिधि की शिकायत पर दर्ज की गई थी। पांच अन्य आरोपियों को नवंबर में गिरफ्तार किया गया था, जो सभी सपेरे थे और बाद में स्थानीय अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी।

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