Elon Musk की Starlink को भारत में हरी झंडी: Satellite Internet सेवा जल्द शुरू

एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा स्टारलिंक (Starlink) को भारत में बड़ा तोहफा मिला है। दूरसंचार विभाग (Department of Telecommunications) ने स्टारलिंक को ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशन बाय सैटेलाइट (GMPCS License) लाइसेंस दे दिया है, जिससे भारत में हाई-स्पीड इंटरनेट सेवा (High-Speed Internet) शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने इसे “टेलीकॉम के गुलदस्ते में नया फूल” (New Milestone in Telecom) करार दिया। स्टारलिंक की यह सेवा खासकर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों (Rural and Remote Areas) में डिजिटल कनेक्टिविटी (Digital Connectivity) को बढ़ावा देगी।

स्टारलिंक की भारत में एंट्री

Starlink India: लगभग तीन साल की लंबी प्रतीक्षा और नियामक बाधाओं (Regulatory Hurdles) के बाद, स्टारलिंक को 7 मई 2025 को दूरसंचार विभाग से लेटर ऑफ इंटेंट (Letter of Intent) मिला। अब भारतीय अंतरिक्ष नियामक इन-स्पेस (IN-SPACe) से अंतिम मंजूरी के बाद स्टारलिंक अपनी सेवाएं शुरू कर सकती है। कंपनी 7,000 से अधिक लो अर्थ ऑर्बिट सैटेलाइट्स (Low Earth Orbit Satellites) के जरिए हाई-स्पीड, कम लेटेंसी इंटरनेट (Low-Latency Internet) प्रदान करेगी, जो पारंपरिक केबल या फाइबर (Terrestrial Networks) से स्वतंत्र होगा।

भारत में स्टरलिंक इंटरनेट की कीमत

Starlink India Data Plans: रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टारलिंक भारत में प्रोमोशनल ऑफर (Starlink India Promotional Offer) के तहत अनलिमिटेड डेटा प्लान (Starlink Data Plans In India) को 840 रुपये प्रति माह से कम कीमत पर पेश कर सकती है। हालांकि, उपकरणों की लागत करीब 32,400 रुपये हो सकती है, जो शुरुआती निवेश को चुनौतीपूर्ण बना सकता है। फिर भी, यह सेवा ग्रामीण भारत और कम कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में गेम-चेंजर साबित हो सकती है, जहां पारंपरिक ब्रॉडबैंड उपलब्ध नहीं है।

टेलीकॉम दिग्गजों से टक्कर

स्टारलिंक को रिलायंस जियो (Reliance Jio Starlink) और भारती एयरटेल (Bharti Airtel Starlink) जैसे टेलीकॉम दिग्गजों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा, जिन्होंने स्टारलिंक के पक्ष में प्रशासनिक स्पेक्ट्रम आवंटन का विरोध किया था। जियो और एयरटेल ने नीलामी की मांग की थी, लेकिन ट्राई (TRAI) ने 4% वार्षिक राजस्व शुल्क के साथ लाइसेंस देने की सिफारिश की। स्टारलिंक ने जियो और एयरटेल के साथ रिटेल पार्टनरशिप भी की है, जिससे ये कंपनियां स्टारलिंक की सेवाएं अपने ग्राहकों को बेच सकेंगी।

ग्रामीण भारत के लिए वरदान

केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि स्टारलिंक की सेवा डिजिटल इंडिया (Digital India) के सपने को मजबूत करेगी। 600-700 जीबीपीएस बैंडविड्थ के साथ, स्टारलिंक शुरुआती चरण में 30,000-50,000 ग्राहकों (Initial Subscribers) को लक्षित करेगी। यह सेवा न केवल स्ट्रीमिंग और गेमिंग (Streaming and Gaming) के लिए उपयुक्त होगी, बल्कि ग्रामीण शिक्षा (Rural Education) और टेलीमेडिसिन (Telemedicine) जैसे क्षेत्रों में भी क्रांति लाएगी। हालांकि, सैटेलाइट क्षमता की कमी (Capacity Constraints) और नियामक शर्तें जैसे जियो-फेंसिंग (Geo-Fencing) चुनौतियां बनी रहेंगी।

एलन मस्क की स्टारलिंक (Starlink) भारत के डिजिटल परिदृश्य (Digital Landscape) को बदलने के लिए तैयार है। सस्ती कीमत और हाई-स्पीड इंटरनेट के साथ, यह सेवा ग्रामीण भारत को वैश्विक डिजिटल नक्शे पर लाएगी। हालांकि, टेलीकॉम दिग्गजों से प्रतिस्पर्धा और नियामक बाधाएं (Regulatory Challenges) इसका रास्ता मुश्किल कर सकती हैं। फिर भी, स्टारलिंक का भारत में आगमन डिजिटल क्रांति (Digital Revolution) का नया अध्याय शुरू करने को तैयार है।

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