इलेक्शन 2026। साल 2026 में देश की राजनीति में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं, क्योंकि केरल, तमिलनाडु, असम और पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं. राज्यसभा की 75 सीटों पर भी चुनाव होंगे। इन चुनावों से न केवल ऊपरी सदन का शक्ति संतुलन बदलेगा, बल्कि मोदी सरकार की मंत्रिपरिषद के स्वरूप पर भी सीधा असर पड़ने की संभावना है।
36 साल बाद बसपा हो जाएगी शून्य
देश के उत्तर-प्रदेश से राज्यसभा में 10 सीटे खाली हो रही है। जानकारी के तहत भाजपा के खाते में 8 और सपा के खाते में राज्यसभा की दो सीटें जा सकती है। ऐसे में बहुजन समाज पार्टी खाली होती नजर आ रही है। 36 साल बाद ऐसा होगा जब यह पार्टी शुन्य हो सकती है, क्योकि रामजी गौतम बसपा से अकेले राज्यसभा सदस्य है और उनका कार्यकाल सामाप्त हो रहा है।
कई दिग्गज नेताओं का कार्यकाल राज्यसभा से समाप्त
2026 में राज्यसभा से कई दिग्गज और अनुभवी नेता रिटायर्ड हो रहे है। जिनमें कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खरगे, एचडी देवगौड़ा, दिग्विजय सिंह, शरद पवार, हरदीप सिंह पुरी, बीएल वर्मा, रवनीत सिंह बिट्टू, जॉर्ज कुरियन, हरिवंश (उपसभापति, जेडीयू) के अलावा राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत सदस्य और पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई का कार्यकाल भी मार्च 2026 में पूरा होगा।
जाने किन राज्यों में कितनी है सीटें
1.उत्तर प्रदेश-10
2.महाराष्ट्र-7
3.तमिलनाडु-6
4.पश्चिम बंगाल-5
5.बिहार-5
6.कर्नाटक-4
7.गुजरात-4
8.ओडिशा-4
9.आंध्र प्रदेश-4
10.राजस्थान-3
11.मध्य प्रदेश-3
12.असम-3
13.झारखंड-2
14.तेलंगाना-2
15.हरियाणा-2
16.छत्तीसगढ़-2
17.हिमाचल प्रदेश-1
18.उत्तराखंड-1
19.मिजोरम-1
20.मेघालय-1
21.मणिपुर-1
22.अरुणाचल प्रदेश-1
