Eating bread for two worsened the condition of people of the same family: मऊगंज जिले के नईगढ़ी क्षेत्र के ग्राम पहाड़ी में कोदो के चावल की रोटी खाने से एक ही परिवार के तीन लोग बीमार हो गए। जिन्हें उपचार के लिए संजय गांधी अस्पताल रीवा लाया गया। जहां अब उनकी हालत सामान्य है। घटना के संबंध में SGMH के सीएमएचओ ने बताया कि बीती रात नईगढ़ी के पहाड़ी गांव निवासी बद्री जोगी, भैया लाल जोगी और पंचवटी जोगी को उल्टी दस्त की शिकायत पर अस्पताल लाया गया था। जिन्हें गंभीर रोगी वार्ड में भर्ती किया गया था जहां स्थिति सामान्य होने के बाद आज उन्हे जनरल वार्ड में भर्ती कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि बीती शाम तीन लोगों ने कोदो के चावल की रोटी खाया था जिसके कुछ ही देर बाद उन्हें उल्टी-दस्त होने लगी। हालत बिगड़ने पर परिजनों द्वारा तीनों को संजय गांधी अस्पताल रीवा लाया गया था। जहां अब उनकी स्थिति सामान्य है।
SGMH के सीएमएचओ डॉक्टर तनेश त्रिपाठी ने बताया कि कोदई या कोदो ऐसा चावल है या मिलेट है जो सभी खाते हैं लेकिन उसमें यह बीमार क्यों पड़े? उन्होंने कहा कि जब कच्ची कोदई तोड़कर रख ली जाती है या उसे ठीक से सुखाया नहीं जाता है तो उसमें नमी रह जाती है जिससे उसमें फंगस पैदा हो जाते हैं। और वो फंगस नुकसान करता है, जो जहर का काम करता है। इसलिए कोदई या कोदो को पूरी तरह पकने के बाद काटें या तोड़े और अच्छी तरह सुखा कर रखें तो वो कभी नुकसान नहीं करेगी। यह बहुत अच्छा चावल मिलेट होता है।