कहने को तो India Pakistan के बीच सीजफायर हो गया है लेकिन भारतीयों का गुस्सा पाकिस्तान का खुलकर समर्थन करने वाले चीन और तुर्किए पर कम नहीं हुआ है. इस बीच सोशल मीडिया पर एक नया विवाद शुरू हो चुका है. Travel Booking Platform EaseMyTrip के सीईओ Nishan Patti ने आरोप लगाया है कि भारतीय जवानों को छूट देने के नाम पर उनका डाटा चीन पहुंच रहा है.
उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसी कंपनियों में चीन की हिस्सेदारी बहुत ज्यादा है. ऐसे में डिफेंस कर्मचारियों की जानकारी चीन तक आसानी से पहुंच रही है. इस ट्वीट के जवाब में MakeMyTrip का भी जवाब आया है. कंपनी ने चाइनीज हिस्सेदारी के सवाल पर जवाब देते हुए खुद को एक A Proud Indian कंपनी बताया है. बता दें, इस जवाब पर Nishan Patti ने फिर से हिस्सेदारी साझा करते पर एक्स पर रिपोस्ट कर दिया है.
क्यों शुरू हुआ विवाद
गौरतलब है कि, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बुधवार को निशान पट्टी ने पोस्ट करते हुए दावा किया कि भारतीय जवानों को चीन की मालिकाना हक वाली ट्रैवेल कंपनी के डिस्काउंट में टिकट दे रही है. लेकिन इसके साथ ही वो सेंसटिव ट्रैवेल डीटेल्स जैसे डिफेंस आइडी, रुट्स और डेट्स शेयर मांग रहे हैं. निशान पट्टी ने अपने पोस्ट के साथ कई स्क्रीनशॉट शेयर किया है. हालांकि, उन्होंने सीधा MakeMyTrip का नाम नहीं लिया था.
MakeMyTrip ने दिया जवाब
Travel Website MMT के प्रवक्ता ने जवाब दिया कि हम दुर्भावना से ग्रसित आरोपों का जवाब नहीं देते हैं. एक जिम्मेदारी भारतीय कॉरपोरेट के तौर पर हमारी कोशिश रहती है कि अपने ग्राहकों को अच्छी और सुविधाएं दी जा सकें. प्रवक्ता ने कहा, हम एक भारतीय कंपनी हैं. जिसकी स्थापना भारतीयों के द्वारा की गई है. इसका हेडक्वार्टर भी भारत में ही है. कंपनी बीते 25 सालों से लाखों भारतीयों को सुविधा प्रदान कर रहा है. प्रवक्ता ने आगे कहा, हम Nasdaq पर लिस्टेड कंपनी हैं. हमारे शेयरहोल्डर्स दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से हैं. हमपर भारतीय कानूनी और डाटा प्राइवेसी के सभी नियम लागू होते हैं और उसका पालन करते हैं. इस जवाब के बाद एक बार फिर से निशान पट्टी ने MMT के शेयरहोल्डर्स के स्क्रीनशॉट को सोशल मीडिया पर साझा किया है.
देश की सुरक्षा की बात पर चुप्पी क्यों?
EaseMyTrip के निशान पट्टी ने आरोप लगाया कि मेकमायट्रिप के 10 में से 5 बोर्ड के डायरेक्टर्स का चीन से सम्बन्ध है. जिनकी नियुक्तियां Trip.com के द्वारा की गई हैं. इस कंपनी का कंट्रोल चाइनीज लोगों के पास है. उन्होंने कहा, जब राष्ट्रीय सुरक्षा दांव पर हो तो चुप्पी विकल्प नहीं हो सकती है. उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी अपने चीनी प्रभाव को नकार नहीं सकती है. उन्होंने अपने ताजा पोस्ट में कई स्क्रीनशॉट को शेयर किया है. हालांकि अभी भी यह विवाद थमा नहीं है.