Dry Fruit Modak Recipe : गणेश चतुर्थी पर बाप्पा को प्रसन्न करें-लगाएं होममेड मेवा मोदक का भोग – भारत में त्योहारों की एक समृद्ध परंपरा है, जो न केवल सांस्कृतिक उत्सवों का प्रतीक है, बल्कि आत्मा और आस्था का भी उत्सव है। उन्हीं में से एक है गणेश चतुर्थी, जिसे पूरे भारतवर्ष में, विशेषकर महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में बेहद श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्मोत्सव का पर्व है, जो “विघ्नहर्ता” और “बुद्धि के दाता” माने जाते हैं। इस दिन घरों और पंडालों में गणपति बाप्पा की स्थापना की जाती है, मंत्रों की गूंज होती है, आरती होती है और तरह-तरह के भोग अर्पित किए जाते हैं। इन भोगों में सबसे खास होता है मोदक ,जो बाप्पा का प्रिय व्यंजन माना जाता है। पारंपरिक रूप से, मोदक नारियल और गुड़ से भरकर चावल के आटे से बनाया जाता है, लेकिन समय के साथ इसकी कई वैरायटीज़ लोकप्रिय हुई हैं। आज हम बात कर रहे हैं एक खास, पौष्टिक और स्वादिष्ट रूप की, होममेड मेवा मोदक की।
मोदक का महत्व और मेवा मोदक की विशेषता – मोदक को संस्कृत में ‘मुदक’ कहा गया है, जिसका अर्थ है “आनंद देने वाला”। कहते हैं, जो श्रद्धा से मोदक का भोग गणेश जी को लगाता है, उसे सुख, समृद्धि और ज्ञान की प्राप्ति होती है।
मेवा मोदक पारंपरिक मोदक का ही एक समृद्ध, सेहतमंद और खास संस्करण है, जो सूखे मेवों और देशी घी से भरपूर होता है। यह न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि बच्चों और बुजुर्गों के लिए अत्यंत पौष्टिक भी होता है। आइए जानते हैं इसे घर पर कैसे बनाएं।
मेवा मोदक बनाने की आवश्यक सामग्री – भरावन यानी स्टफिंग के लिए
- काजू – 1/4 कप (बारीक कटे)
- बादाम – 1/4 कप (बारीक कटे)
- पिस्ता – 2 टेबलस्पून
- अखरोट – 2 टेबलस्पून (वैकल्पिक)
- किशमिश – 2 टेबलस्पून
- नारियल – (सूखा या ताज़ा कद्दूकस किया हुआ) – 1/2 कप
- खजूर – 1/4 कप (बीज निकालकर बारीक काटें)
- गुड़ (कद्दूकस किया हुआ) – 1/2 कप
- घी – 1 टेबलस्पून
- इलायची पाउडर – 1/2 टीस्पून
- मोदक का कवर (मोदक का बाहरी हिस्सा) के लिए
- चावल का आटा – 1 कप
- पानी – 1 कप
- घी – 1 टीस्पून
- नमक – 1 चुटकी
होममेड मेवा मोदक कैसे बनाएं ? { स्टेप बाय स्टेप बनाने का तरीका }
एक कढ़ाई में 1 टेबलस्पून घी गर्म करें।
सबसे पहले सूखे मेवे (काजू, बादाम, पिस्ता, अखरोट) डालकर हल्का सुनहरा भून लें।
अब इसमें खजूर, किशमिश और नारियल डालें और 2-3 मिनट मध्यम आंच पर भूनें।
फिर कद्दूकस किया हुआ गुड़ डालें और अच्छे से मिलाएं। गुड़ पूरी तरह से पिघलकर मिश्रण में घुल जाना चाहिए।
इलायची पाउडर डालें और मिश्रण को ठंडा होने के लिए अलग रख दें।
टिप: आप चाहें तो इस मिश्रण को मिक्सर में हल्का दरदरा भी पीस सकते हैं।
आटा गूंथना और मोदक का आवरण बनाना
एक पैन में 1 कप पानी उबालें। उसमें एक चुटकी नमक और 1 टीस्पून घी डालें।
पानी उबलते ही उसमें धीरे-धीरे चावल का आटा डालें और चलाते हुए मिलाएं ताकि कोई गाठ न बने।
ढककर 2-3 मिनट धीमी आंच पर पकाएं।
गैस से उतारकर थोड़ा ठंडा करें और जब हाथ सहन कर सके, तब आटे को अच्छे से नरम और चिकना गूंथ लें।
आटा जितना मुलायम और चिकना होगा, मोदक उतना ही सुंदर बनेगा।
मोदक बनाना – अब आटे की छोटी-छोटी लोइयां बनाएं। अब हर लोई को हाथ से गोल करें और उंगलियों की मदद से एक छोटा कटोरी जैसा आकार दें,उसमें एक चम्मच स्टफिंग भरें और किनारों को ऊपर लाकर मोदक का आकार दें। चाहें तो आप मोदक मोल्ड का भी उपयोग कर सकते हैं – इससे सुंदर और एकसमान मोदक बनते हैं।
मोदक स्टीम करना – सारे मोदक बनने के बाद, उन्हें इडली स्टैंड या स्टीमर में 10-12 मिनट तक स्टीम करें। स्टीमिंग के बाद मोदक थोड़े पारदर्शी और चमकदार दिखने लगेंगे , इसका मतलब है कि वे तैयार हैं। भोग अर्पण करें और आनंद लें ,गर्मागर्म मेवा मोदक पर थोड़ा देसी घी डालें और सबसे पहले गणपति बाप्पा को अर्पित करें। फिर पूरे परिवार के साथ इसका आनंद लें।
कुछ उपयोगी टिप्स और वैरिएशन
- गुड़ की जगह शहद या नारियल शुगर का प्रयोग कर सकते हैं अगर हेल्दी वर्जन बनाना हो।
- आप केसर और गुलाब जल मिलाकर फ्लेवर बढ़ा सकते हैं।
- मोदक को फ्राई भी किया जा सकता है, परंतु स्टीम किया हुआ मोदक अधिक पवित्र और सेहतमंद माना जाता है।
- मोल्ड न हो तो हाथ से भी आसानी से मोदक बनाए जा सकते हैं, थोड़ी प्रैक्टिस की जरूरत है।