Murder of an Elderly Person: घटना के समय पर्वत के साथ मौजूद रहे बेटे राकेश ने बताया कि मूंछखेड़ा में उनकी चार एकड़ जमीन है। जिसमें घर का निर्माण कार्य शुरू करना है। इसके लिए रविवार 2 जून की रात को वहां गिट्टी गिरवाना था। इस कारण मेरे पिता मुझे और मेरे बेटे को साथ लेकर गए थे। रात के समय नशे में धुत्त 4-5 युवक खेत के एक कोने में बैठे हुए थे। पिताजी ने समझाने का प्रयास किया तो वे बदसलूकी करने लगे।
Murder of an Elderly Person: भोपाल नगर निगम के रिटायर्ड कर्मचारी की युवकों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। वे अपने बेटे और पोते के साथ सीहोर के श्यामपुर इलाके के गांव मूंछखेड़ा में अपने खेत पर काम कर रहे थे। वहां बैठकर नशा कर रहे युवकों को जाने के लिए कहा तो आरोपियों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। आरोपियों ने लाठी-डंडों से पीट-पीटकर बुजुर्ग को बेहोश कर दिया। उनके बेटे को भी गंभीर चोटें आई हैं। जबकि 12 साल के पोते ने 2 किलोमीटर तक दौड़कर किसी कदर अपनी जान बचाई। यह घटना रविवार 2 जून की शाम की है। सोमवार 3 जून की सुबह अस्पताल में बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। घायल बेटा अस्पताल में भर्ती है। सीहोर पुलिस मामले में FIR दर्ज कर आरोपियों की जानकारी जुटा रही है।
नशे में धुत्त थे आरोपी युवक
Murder of an Elderly Person: मृतक के रिश्तेदार दीपक सिंह मालवीय ने बताया कि चार साल पहले पर्वत सिंह (65) भोपाल नगर निगम से रिटायर हुए हैं। वे भोपाल के करोंद क्षेत्र में अपने परिवार के साथ रहते हैं। रविवार 2 जून की दोपहर वे अपने बेटे राकेश (41) और पोते आयुष (12) के साथ सीहोर के मूंछखेड़ा गांव में अपने खेत पर काम करने गए थे. शाम को उन्हें खेत में 4-5 युवक नशा करते हुए दिखाई दिए, तभी उन्होंने उन युवकों को वहां से जाने के लिए कहा. उनके ऐसा करने पर नशा कर रहे युवकों ने विवाद शुरू कर दिया।
विवाद बढ़ता देख वहां मौजूद पर्वत सिंह का बेटा राकेश और पोता आयुष भी आ गए। उन्होंने भी युवकों को खेत से बाहर चले जाने के लिए कहा। इस पर युवक बहस करते हुए उस वक्त वहां से चले गए। लेकिन, कुछ ही देर बाद फिर लाठी -डंडों से लैस होकर दोबारा खेत पर पहुंच गए। वहां पर आते ही आरोपी पर्वत सिंह और राकेश पर टूट पड़े। पर्वत सिंह बेहोश होकर जमीन पर गिर गए।
पिता और दादा को पीटने के बाद हमलावर युवक, पोते आयुष की तरफ भी दौड़े। लेकिन, आयुष ने तुरंत दौड़ लगा दी। वह लगातार 2 किलोमीटर तक भागता रहा। इसी बीच आयुष ने पिता राकेश के फोन से अपने रिश्तेदार दीपक सिंह मालवीय को इस घटना की सूचना दी। घटना की खबर मिलते ही दीपक सिंह मालवीय भोपाल से कुछ साथी और रिश्तेदारों को लेकर श्यामपुर के मूछखेड़ा गांव पहुंचे।
यहां आयुष को लेकर खेत पर पहुंचे। वहां से देखा कि पर्वत सिंह और राकेश लहूलुहान हालत में जमीन पर गिरे पड़े हैं। उन्हें तुरंत भोपाल ले जाकर हमीदिया अस्पताल में भर्ती किया गया। यहां इलाज के दौरान सोमवार 3 जून की सुबह 9 बजे पर्वत सिंह की मौत हो गई। जबकि राकेश के सिर में 8 टांके लगे हैं।
बेहोश होने तक पीटते रहे आरोपी
घटना के समय पर्वत के साथ मौजूद रहे बेटे राकेश ने बताया कि मूंछखेड़ा में उनकी चार एकड़ जमीन है। जिसमें घर का निर्माण कार्य शुरू करना है। इसके लिए रविवार 2 जून की रात को वहां गिट्टी गिरवाना था। इस कारण मेरे पिता मुझे और मेरे बेटे को साथ लेकर गए थे। रात के समय नशे में धुत्त 4-5 युवक खेत के एक कोने में बैठे हुए थे। पिताजी ने समझाने का प्रयास किया तो वे बदसलूकी करने लगे। जब मैंने बीच-बचाव किया तो आरोपी वहां से चले गए। इसके बाद कुछ ही देर में उन्होंने लाठी-डंडों के साथ हमला कर दिया।
डंडे से पीटते रहे आरोपी
मृतक के बेटे राकेश ने आगे कहा कि आरोपियों ने पिता के सिर और कनपटी पर डंडे मारे। मैंने बचाने का प्रयास किया तो उन्होंने मेरे भी सिर पर डंडे से हमला कर दिया। हम मदद के लिए चीखते रहे, सुनसान होने के कारण हमें कोई मदद नहीं मिल सकी। लहूलुहान पिता बेहोश हो चुके थे। इसके बाद भी आरोपी उन्हें डंडे से मारते रहे। मेरा मासूम बेटा किसी कदर जान बचाकर वहां से भाग गया था। लगभग 2 घंटे बाद खेत के नजदीक वाहनों की रोशनी दिखाई दी। तब मदद कि उम्मीद जगी। एक कार वहां आकर रुकी, उसमें दीपक और कुछ अन्य रिश्तेदार और दोस्त थे।
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