रीवा/छतरपुर/सिंगरौली। उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे मध्य प्रदेश के गांवों में इन दिनों ड्रोन (Drone) के आतंक से स्थानीय लोग दहशत में हैं। रीवा जिले की त्योंथर तहसील से लेकर सिंगरौली और छतरपुर तक, दर्जन भर से अधिक गांवों के आसमान में रात के समय तीन से चार की संख्या में हल्के रोशनी वाले ड्रोन उड़ते देखे जा रहे हैं, जिसके कारण ग्रामीण रात भर जागकर पहरा देने को मजबूर हैं।
क्या है पूरा मामला?
यूपी के सीमावर्ती क्षेत्रों में पिछले कुछ समय से ड्रोन उड़ने की घटनाएं सामने आ रही थीं, जिसके बाद इन इलाकों में चोरी की वारदातों में वृद्धि हुई। अब यह ‘ड्रोन खौफ’ एमपी की सीमा में भी फैल गया है। स्थानीय लोगों का मानना है कि ये ड्रोन किसी चोर गिरोह (Thieves Gang) द्वारा गांवों की रेकी करने और चोरी की योजना बनाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
रीवा जिले के जनेह और सोहागी थाना क्षेत्रों के डोरिया मिश्रान, गढ़ी गोंदकला, मलपार, अंजोरा, राजापुर सहित कई गांवों में ड्रोन उड़ने की शिकायतें मिली हैं। डोरिया मिश्रान गांव के ग्रामीणों ने बताया कि रात करीब 10 बजे 5 से 6 ड्रोन आसमान में उड़ रहे थे, जिससे दहशत में आए लोगों ने तुरंत डायल 112 पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम को भी ग्रामीणों ने आसमान में उड़ते ड्रोन दिखाए। स्थानीय निवासियों का कहना है कि जब भी आसमान में ड्रोन दिखते हैं, उसके बाद गांवों में अक्सर भैंस या अन्य कीमती सामानों की चोरियां हो जाती हैं, जिससे यह संदेह गहरा गया है कि चोर इन ड्रोनों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
सिर्फ रीवा नहीं, छतरपुर और सिंगरौली भी प्रभावित
यह रहस्यमय आतंक सिर्फ रीवा तक सीमित नहीं है। सिंगरौली जिले में भी ड्रोन की वजह से स्थानीय लोग दहशत में हैं। वहीं, छतरपुर जिले में भी बीते कुछ सप्ताह से रात में संदिग्ध ड्रोन उड़ने की खबरें हैं। ग्रामीणों ने यहां भी आशंका जताई है कि ड्रोन उड़ने के बाद गांवों में बदमाश घुसे और एक व्यक्ति पर हमला किया गया। छतरपुर में पुलिस को एक गिरा हुआ ड्रोन भी मिला था, जिसकी जांच की गई थी। पुलिस ने लोगों से अफवाहों (Rumours) पर ध्यान न देने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की है। कई जिलों में पुलिस टीमें लगातार गांवों में निगरानी कर रही हैं और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रही हैं। हालांकि, ग्रामीणों का एक ही कहना है कि सरकार को इन ड्रोनों को पकड़वा कर चोरी के पीछे के गिरोह का पर्दाफाश करना चाहिए, ताकि वे शांति से रह सकें।