Ram Mandir: सूत्रों के मुताबिक, एंटी-ड्रोन सिस्टम ने ड्रोन को मार गिराया गया। इसके बाद सुरक्षा कर्मी अलर्ट हो गए। बम स्क्वॉड टीम को भी बुलाया गया। साथ ही ड्रोन की जांच भी की गई। ड्रोन कैमरा उड़ाने वाले की तलाश की जा रही है। अयोध्या पुलिस को शक है कि यह भगदड़ मचाने की साजिश हो सकती है।
Ayodhya Ram Mandir Drone Controversy: अयोध्या में राम मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच उड़ रहे ड्रोन को मार गिराया गया है। सोमवार शाम गेट नंबर-3 पर ड्रोन उड़ता हुआ पहुंच गया था। उस वक्त रामलला के दर्शन के लिए जबरदस्त भीड़ थी। सूत्रों के मुताबिक, एंटी-ड्रोन सिस्टम ने ड्रोन को मार गिराया गया। इसके बाद सुरक्षा कर्मी अलर्ट हो गए। बम स्क्वॉड टीम को भी बुलाया गया। साथ ही ड्रोन की जांच भी की गई। ड्रोन कैमरा उड़ाने वाले की तलाश की जा रही है। अयोध्या पुलिस को शक है कि यह भगदड़ मचाने की साजिश हो सकती है, क्योंकि राम मंदिर क्षेत्र में ड्रोन उड़ाना प्रतिबंधित है। यहां तक कि हवाई जहाज को भी मंदिर के ऊपर से उड़ने की परमिशन नहीं है।
पुलिस ने ही कराई FIR
अयोध्या के कटरा चौकी इंचार्ज सुनील कुमार ने राम जन्मभूमि थाने में इस मामले में FIR दर्ज कराई है। उन्होंने कहा- 17 फरवरी की शाम 7 बजे राम मंदिर परिसर में ड्यूटी पॉइंट, बैचिंग प्लांट के पास किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा ड्रोन कैमरे को प्रतिबंधित क्षेत्र में उड़ाते हुए जानबूझकर गिराया गया। ऐसी आशंका है कि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए ड्रोन गिराया गया है, ताकि मंदिर परिसर में भगदड़ मच जाए और जनहानि हो जाए। महाकुंभ के चलते इस वक्त भारी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं।
2.5km रेडियस में उड़े ड्रोन को खींच लेता है एंटी-ड्रोन सिस्टम
CO अयोध्या आशुतोष तिवारी ने इस मामले पर बताया कि ड्रोन आसपास के किसी शादी समारोह से जुड़ा हो सकता है। राम मंदिर का एंटी-ड्रोन सिस्टम ढाई किमी के रेडियस में कोई भी उड़ता हुआ ड्रोन अपनी तरफ खींच लेता है। इस मामले में क्या हुआ है। इसकी जांच की जा रही है।
ड्रोन उड़ाने की परमिशन नहीं
राम मंदिर और आसपास ड्रोन उड़ाना प्रतिबंधित है। ड्रोन उड़ाने के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ती है। यहां तक की राम मंदिर के ऊपर से विमान उड़ाने तक की अनुमति नहीं है। राम मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स (SSF) को सौंपी गई है। 200 जवान मंदिर की सुरक्षा में तैनात हैं।
अयोध्या में NSG हब बनाने की तैयारी
22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से हर दिन करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। मंदिर पर आतंकी हमले को लेकर धमकियां भी मिलती रहती हैं। ऐसे में अयोध्या की सुरक्षा को पूरी तरह बेहतर बनाने के लिए यहां NSG का हब बनाने की तैयारी है। NSG यूनिट स्पेशलाइज्ड वेपन और एंटी ड्रोन तकनीक से लैस होगी। मंदिर परिसर में 11 करोड़ की लागत से इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल सेंटर बनाया जा रहा है। इसमें पुलिस, CRPF, SSF और खुफिया संगठनों के बैठने की व्यवस्था होगी।