भारतीय सेना ने कोस्ट गॉर्ड के पेट्रोलिंग वैसेल ICGS विक्रम को हमले वाली जगह के लिए रवाना कर दिया है. बताया गया कि जहाज सऊदी अरब से मेंगलुरु जा रहा था. हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है. जहाज से आखिरी बार सऊदी अरब में संपर्क किया गया था.
Drone Attack on Ship: हिंद महासागर में सऊदी अरब से भारत आ रहे एक ऑयल वैसेल एमवी केम प्लूटो पर 23 दिसंबर को ड्रोन से हमला हुआ है. भारतीय नौसेना द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जहाज पर 20 भारतीय क्रू मेंबर भी सवार हैं. वहीं भारतीय सेना ने कोस्ट गार्ड के पेट्रोलिंग वैसेल ICGS विक्रम को उस जगह के लिए भेज दिया गया है. जहां पर हमला हुआ है.
जहाज सऊदी अरब से मेंगलुरु जा रहा था. इसमें क्रूड ऑयल है. मीडिया के अनुसार हमले में किसी को नुकसान नहीं पहुंचा है. लेकिन जहाज पर आग लग गई है. इस आग पर फ़िलहाल काबू पा लिया गया है. लाइबेरिया के झंडे वाला यह जहाज इजराइल से संबंधित बताया जा रहा है.
हमले की लोकेशन
हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली
आग से जहाज के काम करने की कैपिसिटी पर असर पड़ा है. ब्रिटिश मिलिट्री के मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशन ने बताया कि जहाज भारत के वेरावल से करीब 200 समुद्री मील की दूरी पर था. हालांकि यह भारत के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जॉन से दूर था. फिलहाल किसी ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. जहाज से आखिरी बार सऊदी अरब में संपर्क किया गया था.
एक महीने पहले कार्गो जहाज हुआ था हाईजैक
करीब एक महीने पहले हूती विद्रोहियों ने लाल सागर एक कार्गो शिप गैलेक्सी लीडर को हाईजैक कर लिया था. यह जहाज तुर्किये से भारत आ रहा था. हूती विद्रोहियों के एक स्पोक्सपर्सन ने कहा कि इजराइल की तरफ से चलने वाले सभी जहाजों को निशाना बनाया जाएगा।
एक हफ्ते पहले माल्टा की जहाज को बचाने गई थी भारतीय नौसेना
एक हफ्ते पहले समुद्री लुटेरों ने भी माल्टा के एक जहाज पर हमला कर दिया था. इसके बाद भारतीय नौसेना ने अपना एक युद्धपोत अदन की खाड़ी में हाईजैक हुए जहाज MV रुएन की मदद के लिए भेजा था. एक रिपोर्ट के मुताबिक हाईजैक किया गया जहाज कोरिया से तुर्किये की तरफ जा रहा था. तभी सोमालिया के समुद्री लुटेरों ने उस पर हमला कर दिया था.