DRONE ATTACK: हाल ही में अरब सागर में हुए ड्रोन अटैक के बाद अब भारत सतर्क हो गया है सुरक्षा के मद्देनज़र भारत ने अरब सागर में लंबे दूरी तक निगरानी एवं टोही विमान पी-81 के अलावा युद्धपोत INS मोरमुगाओ, INS कोच्चि और INS कोलकाता को तैनात कर दिया है। आपको बता दें कि दो दिन पहले अरब सागर के पश्चिमी क्षेत्र में व्यापारिक जहाज एमवी केएम प्लूटो पर ड्रोन से हमला हुआ था जिसके बाद भारतीय नौसेना द्वारा यह निर्णय लिया गया है.
किसने किया हमला?
बता दें कि इस व्यापारिक पोत के मुंबई बंदरगाह पहुंचने के बाद नौसेना द्वारा इसका निरिक्षण किया गया. जिसके बाद नौसेना ने बताया कि पोत पर भारत के पश्चिमी तट के पास से हमला हुआ है लेकिन हमला कहाँ से हुआ है इसकी पुस्टि अभी नहीं हो पायी है और ना ही इसकी पुष्टि हो पायी है कि हमले में कितने मात्रा में विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया है. जांच करने आयी टीम ने बताया कि इन सब के बारे में फॉरेंसिक और तकनिकी जांच के बाद ही पता चल पायेगा। हालाँकि अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन का कहना है कि एमवी केम प्लूटो पर यह हमला ईरानी ड्रोन से किया गया है. जबकि ईरान ने इन दावों को झूठा करार दिया है.
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मुंबई आया व्यापारिक पोत
आपको बता दें कि हमले के बाद जहाज को दोपहर साढ़े तीन बजे भारतीय तट रक्षक जहाज ICGS विक्रम की मदद से मुम्बाई लाया गाया। जिसके बाद नौसेना के एक प्रवक्ता ने बयान जारी कर साड़ी जानकारी दी. प्रक्वक्ता ने कहा कि जहाज के पहुंचने पर भारतीय नौसेना के विस्फोटक आयुध रोधी दल ने हमले का प्रकार और प्रकृति का प्रारंभिक आकलन करने के लिए जहाज का निरीक्षण किया। हमले के क्षेत्र और जहाज पर मिले मलबे का निरीक्षण करने से संकेत मिलता है कि यह ड्रोन हमला था। उन्होंने कहा, ‘हालांकि, हमले के प्रकार और इसमें इस्तेमाल विस्फोटक की मात्रा का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक और तकनीकी विश्लेषण की आवश्यकता होगी।
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