दिशा तिवारी हत्याकांड: कानपुर में गोल्ड चेन और बाइक के लिए पत्नी की बेरहमी से हत्या

Disha Pandey Murder Case Kanpur/Disha Tiwari Murder Case Kanpur: वो मेरी बेटी को जानवरो की तरह पीटता था, ससुर और देवर से शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाता था. शादी के दौरान और शादी के बाद भी लाखों रुपए दहेज़ में देने के बावजूद वह और पैसे और बुलट बाइक की मांग करता था. मेरी बेटी हर दिन अपने पति और उसके परिवार वालों की बर्बरता सहती थी. कई शिकायतों के बाद भी पुलिस ने मदद नहीं की और एक दिन दामाद ने वीडियो कॉल किया और कहा- तेरी बेटी को मारकर लटका दिया है, बचा सकता है तो बचा ले…. ये शब्द उस बदनसीब पिता राम प्रसाद तिवारी के है जिनकी बेटी को उसके ससुराल वालों ने कई प्रताड़ना देने के बाद फांसी में टांगकर मार डाला।

कानपुर दिशा तिवारी हत्याकांड की पूरी घटना

Kanpur Disha Tiwari Hatyakand: मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर के कल्याणपुर इलाके का है जहां 22 अगस्त के दिन, 20 साल की दिशा तिवारी का शव उसके ससुराल में फंदे से लटका मिला। शुरुआत में पुलिस ने इसे आत्महत्या माना लेकिन जब इस घटना का वीडियो सामने आया तो सब कुछ स्पष्ट हो गया.

22 अगस्त को दिशा की हत्या से पहले, उसके पति हिमांशु पांडेय, सास आशा पांडेय और देवर ऋषभ पांडे ने, उसकी जमकर पिटाई की थी, वह अपनी जान बचाते हुए बालकनी में आकर छिप गई, इतने में देवर ऋषभ, उसे घसीटते हुए एक कमरे में ले गया, वो जोर जोर से चीखती रही, मदद की गुहार लगाती रही, तभी उसकी सास ने बालकनी का गेट बंद कर लिया। और दिशा की आवाज आना बंद हो गई. इसके बाद ही आरोपी हिमांशु का दिशा के पिता को वीडियो कॉल गया और उसने कहा ‘तेरी बेटी को मारकर लटका दिया है’.

घटना वाली जगह से 5 किलोमीटर दूर रहने वाले दिशा के पिता राम प्रसाद तिवारी जैसे ही अपनी बेटी के ससुराल पहुंचे तो देखा उसका शव बिस्तर में पड़ा हुआ था. दिशा की शादी पिछले साल 27 फरवरी 2024 को स्पोर्ट्स टीचर हिमांशु से हुई थी, वो अपनी शादी को लेकर काफी खुश भी थी, शादी के बाद दिशा का एक का बेटा वेदांश, भी हुआ था। मगर आरोपी हिमांशु और उसके परिवार वालों के लिए दिशा एक पत्नी और बहु नहीं ATM लगती थी.

10 लाख दहेज़ दिया फिर भी कर रहे थे गोल्ड चेन और बुलट की मांग

दिशा के पिता ने बताया कि शादी में उन्होंने 10 लाख रुपए दहेज़ में दिए, इसके बावजूद आरोपी परिवार शादी के बाद तीन तोले की गोल्ड चेन, तीन लाख रुपए दहेज़ और महंगी बुलेट बाइक की डिमांड करते थे. होमगार्ड की नौकरी करने वाले दिशा के पिता ने जैसे तैसे 2 लाख रुपए का इंतजाम और किया मगर दिशा पर ससुराल वालों की दहेज़ के नाम पर प्रताड़ना जारी रही.

ससुर और देवर से शारीरिक संबंध बनाने का दबाव

आरोप यह भी है कि दिशा का पति उसे, अपने पिता यानी की दिशा के ससुर शिव मोहन पांडे और देवर ऋषभ से शारीरिक संबंध बनाने का दवाब बनाता था, एक बार तंग आकर वह पुलिस के पास जाने लगी थी आरोपी के मामा पुत्तन अग्निहोत्री ने जबरन समझौता करा दिया।

पैसे, सोने की चेन और बाइक की डिमांड को लेकर आरोपी परिवार ने आखिरकार दिशा को पीट पीट कर फांसी में चढ़ा दिया और उसे मार डाला। मोहल्ले वाले जिन्होंने यह वीडियो बनाया किसी ने इस अत्याचारी परिवार के खिलाफ आवाज नहीं उठाई, पुलिस को सही समय में फोन नहीं लगाया।

हत्या के बाद फरार आरोपी परिवार को खोजने में पुलिस ने कम लापरवाही नहीं की, हत्या के अगले दिन दिशा के शव को सड़क में रखकर धरना दे दिया, इसके बाद दिशा के भाई गौरव को भी हिमांशु का कॉल आया और उसने बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी, उसका फोन चालू था लेकिन पुलिस उसे हत्या के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी पकड़ न सकी, हालांकि पुलिस ने वारदात वाले दिन ही घर के पास से सास आशा पांडेय, ससुर शिव मोहन, देवर ऋषभ को गिरफ्तार कर लिया।

फांसी की मांग

इस घटना ने कानपुर को अंदर से झकझोर दिया, दिशा को न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकाले गए, और जब प्रेशर बढ़ा तब जाकर हिमांशु पांडे की गिरफ़्तारी शुरू हुई. चारो आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. अब और पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है. फांसी की सज़ा की मांग कर रहा है.

अब इस अंधे कानून से न्याय मिल भी जाए तो क्या मिलेगा? क्या एक पिता को उसकी बेटी वापस मिल जाएगी? क्या उस 6 माह के मासूम को उसकी मां वापस मिल जाएगी? कुछ मिलेगा तो सिर्फ दंड और वो भी कब पता नहीं! दिशा के परिवार ने अपनी बेटी तो खो दी, मगर अब वो ये नहीं चाहते कि जैसा उनकी बेटी के साथ हुआ, ऐसा किसी दूसरे की बेटी के साथ हो.

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