Digitally arrested female teacher dies in Mauganj: नवगठित मऊगंज जिले में एक महिला अतिथि शिक्षक ने डिजिटल अरेस्ट की घटना का शिकार होने के बाद आत्मघाती कदम उठा लिया। इस घटना में हैरान कर देने वाली बात यह है कि एक और जहां महिला की मौत हो गई है तो वही उसकी मौत हो जाने के बाद भी फ्रॉड द्वारा लगातार उसे कॉल किए जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि फ्रॉड द्वारा वीडियो कॉल कर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार करने की धमकी देते हुए 50000 रुपये की मांग की गई थी। जिस पर महिला द्वारा 22 हजार रुपये फ्रॉड के खाते में ट्रांसफर भी किए गए लेकिन फ्रॉड नहीं माने और लगातार उससे पैसों की मांग करते रहे, जिससे तंग आकर महिला अतिथि शिक्षक ने आत्मघाती कदम उठा लिया। महिला के शव का पीएम रविवार को रीवा के संजय गांधी अस्पताल में कराया गया।
जानकारी के मुताबिक मऊगंज की रहने वाली रेशमा पांडे पेशे से अतिथि शिक्षक थीं। बताया जा कि रविवार को उनके मोबाइल फोन पर एक वीडियो कॉल आया जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को पुलिस और आर्मी का अधिकारी बताते हुए महिला के आधार कार्ड के माध्यम से उस पर एफआईआर दर्ज होने की बात करते हुए गिरफ्तार करने की धमकी दी और फिर महिला से 50000 रुपयों की मांग की गई। बताया गया है कि वीडियो कॉल में सभी फ्रॉड हूबहू पुलिस अधिकारी और सेना के अधिकारी की ड्रेस में नजर आ रहे थे जिन्हें देखते ही महिला पूरी तरह से डर गई और उसने अपने खाते से 22000 रुपये उनके खाते में ट्रांसफर भी कर दिया। जिसके बाद उसके खाते में पैसे नहीं बचे थे, ऐसे में फ्रॉड लगातार उस पर पैसे ट्रांसफर करने का दबाव बनाते रहे। जिससे महिला इस कदर डर गई कि उसने आत्मघाती कदम उठाते हुए जहर का सेवन कर लिया। जिसकी रीवा के संजय गांधी अस्पताल में मौत हो गई है।