Diabetes Food Precatution : आजकल खराब लाइफस्टाइल के चलते लोग डायबिटीज यानी मधुमेह के शिकार तेजी से हो रहें है। सामान्य तौर पर मधुमेह की बीमारी अधिक उम्र के लोगों में ही पाई जाती है। लेकिन लेकिन अब यह भी मिथ्या साबित होता दिख रहा है, क्योंकि कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां कम उम्र के लोगों को भी मधुमेह की शिकायत हुई है।
मधुमेह एक गंभीर बीमारी | Diabetes Food Precatution
मधुमेह एक गंभीर स्थिति है जो रक्त में शर्करा के स्तर को प्रभावित करती है। डायबिटीज के मरीजों को अपने खान-पान में काफी ध्यान रखना पड़ता है। इन रोगियों की डाइट में अगर गलत चीज शामिल हो गई तो काफी गंभीर परिणाम देखने को मिलते हैं। ज्यादातर लोग डायबिटीज की शिकार होने के बाद शक्कर से बनी चीजों का त्याग कर देते हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि शक्कर से बने पदार्थ का सेवन न करने से उनका मधुमेह का स्तर नियंत्रित रहेगा। मगर ऐसा नहीं है। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि मसूर की दाल का सेवन करना डायबिटीज के रोगियों के लिए खतरनाक हो सकता है।
मधुमेह रोगी के लिए खतरनाक है मसूर की दाल
मधुमेह (Diabetes) जिसे शुगर भी कहते हैं, एक ऐसी बीमारी है जो शरीर के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है। डायबिटीज मरीज के लिए स्वस्थ रहने का मतलब है कि उसका शुगर का स्तर नियंत्रित रहे। डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट चार्ट में चुनिंदा फूड को शामिल करना पड़ता है। जिसमें शक्कर से बनी हुई चीजों को अवॉइड किया जाता है। लेकिन यहां हम बात कर रहे हैं मसूर की दाल, जी हाँ, एक रिपोर्ट में यह कहा गया है कि मसूर की दाल खाने से डायबिटीज मरीज को गंभीर समस्या हो सकती है। डायबिटीज रोगी के लिए मसूर की दाल खाना खतरनाक हो सकता है।
मसूर दाल का GI हाई होता है | masoor pulses dangerous for diabetes
मधुमेह (Diabetes) के रोगियों के लिए मसूर की दाल जहर से काम नहीं है। दरअसल, मसूर की दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) उच्च होता है, जिइसे खाने के बाद रक्त में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ सकता है। इससे मधुमेह के मरीजों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं। इसके अलावा मसूर की दाल में कार्बोहाइड्रेट की अच्छी मात्रा होती है। कार्बोहाइड्रेट की अधिक मात्रा शुगर के स्तर को असंतुलित कर देती है। इस कारण मधुमेह की स्थिति और भी अधिक गंभीर हो जाती है।
आसानी से नहीं पचती है मसूर की दाल
बता दे कि मसूर की दाल (masoor pulses dangerous for diabetes) आसानी से नहीं पच पाती है। खासकर मधुमेह की रोगियों के लिए मसूर की दाल को पचाना मुश्किल होता है। जब शरीर में मसूर की दाल पाचन क्रिया को असंतुलित कर देती है तो शुगर का स्तर और भी बढ़ जाता है। इसलिए शुगर के मरीजों को मसूर की दाल खाने से हमेशा बचना चाहिए।
डायबिटीज रोगी को कौन-सी दालें खानी चाहिए
मधुमेह (Diabetes Food Precatution) के मरीजों को छोले, मूंग दाल, और उड़द दाल जैसी दालों का सेवन करना चाहिए। क्योंकि इन दालों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है और ये रक्त शर्करा पर उतना असर नहीं डालतीं। इसके साथ यह भी ध्यान रखें कि डायबिटीज मरीजों के लिए इन दलों को पहले भिगोकर पकाए। ऐसा करने से दलों का ग्लाइसेमिक प्रभाव कम हो जाता है।
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