एमपी। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर गत रात्रि मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के गोविन्दपुरा स्थित काल सेंटर का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने बिजली उपभोक्ताओं की समस्याओं का समय पर निराकरण नहीं करने पर डीजीएम मुरैना अभिषक चौरसिया की 2 वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिये। ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने कॉल सेंटर से ही डीजीएम भोपाल सिटी ईस्ट जोन और डीजीएम रायसेन से भी बात कर समस्याओं के निराकरण में देरी पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। भिण्ड जिले के गोरमी गाँव के उपभोक्ता नरेन्द्र सिंह से भी बात कर उनकी समस्या के संबंध में जानकारी ली। श्री तोमर ने निर्देशित किया कि कॉल सेंटर के हेल्पलाइन नम्बर 1912 में कॉल वेटिंग नहीं होना चाहिए। कॉल सेंटर प्रभारी ने बताया कि सामान्यतरू एक घंटे में 300 से 350 फोन काल आते हैं। उन्होंने स्काडा सेंटर और स्मार्ट मीटर मानीटरिंग सेंटर का भी निरीक्षण किया।
भ्रमण करे इंजीनियर
विद्युत वितरण कम्पनी के एसई, ईई, एई और डीई लगातार क्षेत्र का भ्रमण कर विद्युत वितरण सिस्टम की समीक्षा करें। क्षेत्र का दौरा नहीं करने वाले इंजीनियरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने यह निर्देश विद्युत वितरण कम्पनियों के एमडी और अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बिजली ट्रिपिंग की समीक्षा के दौरान दिये। श्री तोमर ने कहा कि हर अधिकारी बिजली उपभोक्ताओं के फोन जरूर सुने। फोन नहीं उठाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि आँधी और वर्षा के दौरान बिजली गुल होने पर त्वरित कार्यवाही कर विद्युत आपूर्ति शुरू करवायें। श्री तोमर ने कहा कि आवश्यकता अनुसार एफओसी की टीम बढ़ायें।
ट्रांसफार्मर लोड का करें निर्धारण
मंत्री श्री तोमर ने कहा कि विद्युत वितरण ट्रांसफार्मर में अधिक लोड के कारण बिजली गुल होने के साथ ही वह जल भी जाते हैं। इसके लिये जरूरी है कि सर्वे करवा कर उपयुक्त क्षमता के ट्रांसफार्मर स्थापित किये जायें। उन्होंने कहा कि कॉल-सेंटर की क्षमता में वृद्धि की जाये, जिससे उपभोक्ताओं को समस्या दर्ज कराने के लिये ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़े। विद्युत वितरण कम्पनियों के एमडी अनय द्विवेदी, क्षितिज सिंघल और अनूप सिंह ने विद्युत ट्रिपिंग से संबंधित समस्याओं के निराकरण के संबंध में की जा रही कार्यवाही के बारे में जानकारी दी।